Bahraich violence: यूपी के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया है। इसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसके परिणामस्वरूप आगजनी, बैरिकेडिंग और न्याय की मांग की गई। हिंसा को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
युवक के अंतिम संस्कार से विरोध प्रदर्शन शुरू
बहराइच में सांप्रदायिक झड़प में मारे गए राम गोपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार हिंसक हो गया। लाठी-डंडे लेकर सैकड़ों लोग न्याय की मांग करते हुए जुलूस में शामिल हुए। जैसे-जैसे हिंसा बढ़ती गई, दुकानों और कारों में आग लग गई।
मिश्रा की मां मुन्नी देवी ने पीटीआई वीडियोज से कहा, "मेरा बेटा मर गया है। हम न्याय चाहते हैं।"
महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा, "राम गोपाल का अंतिम संस्कार उनके परिजनों द्वारा कर दिया गया है।"
विधायक ने पीटीआई-भाषा से कहा, "उसकी शादी महज चार महीने पहले हुई थी। उसका परिवार उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता है।"
बढ़ते तनाव के बीच गिरफ्तारियां और छापे
अब तक तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मिश्रा की हत्या के मुख्य आरोपी सलमान को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए पीएसी, सीआरपीएफ़ और आरएएफ के जवानों सहित कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
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