img

लखनऊ ।। सोनिया गांधी ने BJP-NDA को 2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार देने के लिए विपक्षी एकजुटता की खुली वकालत की है। साथ ही सोनिया ने विपक्षी दलों के बीच गठबंधन पर सहमति बनाने के लिए अपनी तरफ से पहल करने का भी ऐलान किया है।

कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सरकार के 4 साल के कामकाज पर सवाल उठाते हुए संप्रग अध्यक्ष ने एनडीए सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं की आवाज दबाने और देश में सामाजिक तनाव पैदा करने का भी आरोप लगाया।

पढ़िए- मायावती ने किया एलान, इस पार्टी के साथ गठबंधन कर लड़ेंगी चुनाव

पार्टी संसदीय दल के अध्यक्ष के तौर पर विपक्षी दलों के साथ गठबंधन की पहल के सोनिया गांधी के इस ऐलान के सियासी मायने हैं। सोनिया ने इसके जरिये एक ओर जहां UPA गठबंधन का दायरा बढ़ाने की कांग्रेस की दुविधा को दूर करने का प्रयास किया है।

तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों के साथ गठबंधन पर बात करने की पहल में खुद के अग्रणी रहने का ऐलान कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व को सीधे कबूलने से हिचकने वाले नेताओं ममता बनर्जी और शरद पवार को साधे रखने का भी संदेश दिया है।

फोटोः फाइल

इशे भी पढ़िए

BJP ÓñòÓÑÇ Óñ©ÓññÓÑìÓññÓñ¥ ÓñëÓñûÓñ¥Óñí Óñ½ÓÑçÓñéÓñòÓñ¿ÓÑç ÓñòÓÑç Óñ▓Óñ┐ÓñÅ Óñ©Óñ¬Óñ¥ Óñ¿ÓÑç ÓñòÓÑÇ Óñ¬Óñ╣Óñ▓, Óñ¼Óñ©Óñ¬Óñ¥ Óñ©ÓÑç Óñ«Óñ¥ÓñüÓñùÓñ¥ Óñ©Óñ¥ÓñÑ

 

--Advertisement--