अमेरिका में कोरोना कहर के बीच चुनावी माहौल गर्माता हुआ दिख रहा है. आपको बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की किताब ने राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले अमेरिकी राजनीति में तूफान ला दिया है। बोल्टन ने अपनी किताब में दावा किया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में दोबारा जीतने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति से मदद मांगी थी।
गौरतलब है कि बोल्टन के इस दावे के बाद अब ट्रंप भड़क गए हैं और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को ‘अक्षम’ करार दिया है।कोरोना वायरस और साउथ चाइना सी को लेकर चीन के खिलाफ मोर्चा खोले डोनाल्ड ट्रंप ने बोल्टन की किताब को झूठ और फेक स्टोरी का पुलिंदा करार दिया है।
वहीँ इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि जॉन बोल्टन की उबाऊ किताब झूठ और फर्जी कहानियों से भरी हुई है। जब तक मैंने बोल्टन को निकाला नहीं था, तब तक वह मेरे बारे में अच्छा कहते रहे थे। वह एक असंतुष्ट उबाऊ मूर्ख हैं जो केवल युद्ध करना चाहते हैं। राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने भी उन्हें निकाल दिया था। बोल्टन अक्षम हैं।
‘ट्रंप ने चुनाव के लिए शी चिनफिंग से मदद मांगी थी’
इससे पहले बोल्टन ने दावा किया था कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में दोबारा जीतने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में चीन के अपने समकक्ष शी चिनफिंग से मदद मांगी थी। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने कहा है कि बोल्टन की आगामी किताब में ‘गोपनीय सूचनाएं’ हैं और न्याय विभाग ने इस किताब के प्रकाशन पर अस्थायी रोक लगाने की मांग की है।