
झारखंड ।। आम चुनाव 2019 का समय करीब आता जा रहा है और सियासी उठापटक को दौर भी शुरु हो गया है। गठबंधन और महागठबंधन के बीच सियासी दलों के कई वरिष्ठ नेता से लेकर विधायक और सांसद अपनी पार्टी को छोड़ दूसरे का दामन थाम रहे हैं। इसी कड़ी में BJP को एक के बाद बड़ा झटका लगता जा रहा है।
ताजा मामले में अरुणाचल के पूर्व सीएम और BJP के वरिष्ठ नेता गेगोंग अपांग ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूद पार्टी नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धातों पर नहीं चल रही है।
अपांग ने BJP अध्यक्ष अमित शाह को भेजे अपने त्यागपत्र में कहा है, “मैं यह देखकर निराश हूं कि BJP अब दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धातों पर नहीं चल रही।”
पढ़िए- हिंदुस्तान के 100 रुपए इन देशों में 35 हजार के बराबर, लाख रुपए में पूरी लाइफ वहां जाएगी गुज़र
आपको बता दें कि पूर्व सीएम अपांग ने पार्टी नेतृत्व पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी अब सत्ता हासिल करने का मंच बन गई है। यह एक नेता की मुट्ठी में है, जो विकेंद्रीकरण या लोकतांत्रिक निर्णय प्रक्रिया से नफरत करता है और उन मूल्यों को नहीं मानता, जिनके लिए पार्टी की स्थापना हुई थी।
अपांग ने आगे कहा कि BJP को अरुणाचल प्रदेश में 2014 में जनादेश नहीं मिला था।लेकिन BJP नेतृत्व ने खरीद-फरोख्त कर, हर गंदा तिकड़म कर दिवंगत कालिखो पुल को सीएम बनवा दिया। सर्वोच्च न्यायालय के प्रतिकूल फैसले के बावजूद BJP की एक सरकार गठित की गई। उन्होंने कहा कि कालिखो की आत्महत्या की न तो कोई उचित जांच कराई गई और न ही BJP नेतृत्व ने पूर्वोत्तर में कई अन्य BJP सरकारों के गठन के दौरान नैतिकता का कोई ख्याल ही रखा।
बता दें कि अपांग ने पार्टी पर आरोप लगाया कि बीते 10-11 नवंबर को पासीघाट में हुई राज्यस्तरीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान BJP महासचिव राम माधव ने कई सदस्यों और पदाधिकारियों को अपने विचार तक नहीं रखने दिए। उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले पेमा खांडू को सीएम बनाने का निर्णय न तो उस नियम के अनुरूप है और न उस परंपरा के, जिसका BJP जैसी काडर आधारित पार्टी अनुसरण करती है।”