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नई दिल्ली॥ 215 रन के जवाब में जब टीम इंडिया का स्कोर था 44/8, फिर जो चमत्कार हुआ इसके जानकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे। जानिए 26 अग़़स्त 2005 जिम्बाब्वे में खेली गई त्रिकोणिय सीरीज़ के अंतर्गत खेले गए भारत और न्यूजीलैंड के इस मैच के बारे में।

इस मैच में इरफान पठान, आशीष नेहरा और अजित अगरकर जैसे दिग्गज गेंदबाजों की मौजूदगी में टीम इंडिया ने न्यू़जीलैंड की बल्लेबाजी को ध्वस्त करते हुए उसके टॉप 5 बल्लेबाज 36 रन के अंदर ही पवेलियन भेज दिये थे। हांलाकि, इसके बाद न्यू़जीलैंड के लिए मैकमिलन ने 53, मैकुलम ने 49 और जैकब ओरम ने 36 रन की पारी खेलकर टीम का स्कोर 200 के पार पहुंचा दिया। कीवी टीम ने 43.1 ओवर में 215 रन बनाकर सिमट गई।

टीम इंडिया के लिए इरफान पठान ने 34 रन देकर 3 विकेट और आशीष नेहरा ने 22 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। वहीं अग़रक़़र ने 45 रन खर्च करते हुए 2 विकेट चटकाए। आसान से नज़र आ रहे इस टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को कीवी गेंदबाजों ने नाको चने चबवा दिये। टीम इंडिया का पहला विकेट 11 रन के स्कोर पर गांगु़ली के रूप में गिरा। इसके बाद तो मानों विकेटों की झड़ी ही लग गई।

शेन बांड की कातिलाना गेंदबाजी के सामने इंडियन टीम नतमस्तक़़ हो गई। और देखते ही देखते टीम ने 44 रन के स्कोर पर 8 विकेट गवां दिए। ऐसे इंडियन टीम अपने शर्मनाक स्कोर पर आउट होती नज़़र आ रही थी। लेकिन इस़़के बाद जो हुआ वह किसी चमत्का़र से कम नहीं था। इंडियन टीम के 9वें और दस़वें नम्बर के दो खिलाड़ी जेपी यादव और इरफान पठान ने पचास रन की पारी खेलकर टीम़़ को संकट से उबार दिया।

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जेपी यादव़़ ने 92 गेंदो पर 11 चौको की सहायता से 64 रन बनाए जबकि इरफान पठान ने 61 गेंदो पर 3 चौके और 1 छक्के की सहायता से 50 रन बनाये। दोनो बल्लेबाजों ने नौवें विकेट के लिए 120 रन की साझेदा़री कर टीम का स्कोर 150 के पार पहुंचा दिया।

हांलकि, इंडियन टीम ये मैच 51 रन से हार गई, लेकिन एक समय शर्मनाक स्कोर पर आउट होते नज़र आ रही इंडियन टीम को संकट से उबारकर पठान और यादव ने दिल जीत लिया। इस मैच में शेन बांड ने 19 रन देकर 6 विकेट लिए। उन्हे मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला।

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