जीवन में कई बार दिन रात मेहनत करने और लाख कोशिशों के बाद भी कुछ कामों में सफलता नहीं मिल पाती है, इसकी प्रमुख वजह है उसकी निर्धारित संख्या को ध्यान में न रखना। आचार्य चाणक्य (Chanakya niti) कहते हैं कि कुछ अहम कार्यों को करने से पहले उसके लिए तय संख्या के सूत्र को फॉलो करना अति आवश्यक होता हैं। आइए जानते हैं कौन से हैं वो काम, जिन्हें निर्धारित संख्या में करने से ही सफलता मिलती है।
चाणक्य नीति (Chanakya niti) में बताया गया है कि दो लोगों का साथ में पढ़ाई करना उचित रहता है। इससे शिक्षा ग्रहण करने में आसानी तो होती है साथ ही किसी विषय में अटकने पर दूसरा व्यक्ति मदद भी कर सकता है।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि तपस्या का वास्तविक फल हमेशा अकेले तपस्या करने से ही प्राप्त होता है. चाणक्य नीति की मानें तो कई लोगों के साथ तपस्या करने से मन विचलित होने लगता है और आपकी तपस्या पूर्ण नहीं हो पाती है।
चाणक्य नीति (Chanakya niti) में कहा गया है कि अकेले मनोरंजन का आनंद लेना काफी मुश्किल काम होता है। यही वजह है कि मनोरंजन का पूरा लाभ उठाने के लिए कम से कम तीन लोगों को एक साथ होना चाहिए। तीन लोगों के ग्रुप में बैठकर आप मनोरंजन का भरपूर लुत्फ ले सकते हैं।
चाणक्य नीति (Chanakya niti) के मुताबिक खेती का काम करना एक से दो लोगों के बस की बात नहीं है, बल्कि अच्छी खेती करने के लिए कई लोगों की जरूरत होती है। खेती करने में कम से कम पांच होने चाहिए तभी उन्नत खेती की जा सकती है।
युद्ध करने के लिए भी आमतौर पर भारी संख्या में सैनिकों की आवश्यकता पड़ती है। चाणक्य नीति (Chanakya niti) में लिखा गया है कि युद्ध कहीं भी और कैसा भी हो लेकिन उस युद्ध को जीतने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का सहयोग प्राप्त करना आवश्यक होता है।
Gemology: बेहद खतरनाक माने जाते हैं ये दो रत्न, न सूट करने पर कर देते हैं बर्बाद
Cholesterol कम करने के अपनाऐं ये पांच टिप्स, स्मस्या से मिल जाएगा छुटकारा