
नयी दिल्ली 15 सितंबर, यूपी किरण। बरसात के दिनों में जगह-जगह पानी जमा होता है जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे कई प्रकार की बीमारियां जन्म लेती है। उनमें एक चिकनगुनिया है। चिकनगुनिया वह बीमारी है जो भारत में पिछले कुछ सालों में खासकर बारिश के मौसम में आम हो गई है। चिकनगुनिया मच्छर के काटने से होने वाला एक वायरल इंफेक्शन होता है। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है। इसके लक्षण मच्छरों के काटने के 3 से 7 दिन के बाद दिखाई देते हैं।
1.विटामिन-सी और विटामिन-ई से भरपूर खाद्य पदार्थ : विटामिन-सी के सेवन से मांसपेशियों, हड्डियों और रक्त वाहिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है। वहीं, विटामिन-ई अच्छे स्वास्थ्य, साफ त्वचा और दिल के दौरे से बचाता है। पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी और विटामिन-ई का सेवन करने से चिकनगुनिया का खतरा कम हो जाता है। इसके साथ ही आप अमरूद, पीली शिमला मिर्च, कीवी और स्ट्रॉबेरीज़ का सेवन कर सकते हैं तो आपकी सेहत के लिये अच्छा होगा।
2. सेब और कच्चा केला : अगर आपको चिकनगुनिया हो गया है तो आप सेब और कच्चे केले का सेवन कर सकते हैं। सेब फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो आपके पाचन तंत्र को साफ करता है और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।
3. पत्ते वाली सब्जियां:चिकनगुनिया को रोकने के लिए पत्तेदार सब्जियां सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक हैं। इन सब्जियों में कम कैलोरी होती है और पचाने में भी आसानी होती है। अपने आहार में पत्तेदार सब्जियों को जरूर शामिल करें। यह आहार चिकनगुनिया को तो रोकने में मदद करेगा।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स: चिकनगुनिया से उबरने के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों और सप्लीमेंट्स का सेवन करना चाहिए। ओमेगा 3 फैटी एसिड रक्त के थक्कों को कम करता है और दिमाग के लिए भी अच्छा होता है।