नई दिल्ली।।पूरा विश्व जहाँ एक ओर कोरोना वायरस से निपटने की रणनीति बंनाने को एकजुट होकर कार्य करने में लगा हुआ है वहीँ सार्क सम्मलेन में कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान ने फिर पुराना राग छेड़ दिया। हालाँकि पाक की इस हरकत का पीएम मोदी ने मुंहतोड़ जवाब दे दिया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सार्क देशों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। पाकिस्तान इस खतरनाक वायरस से निपटने में सहयोग करने की बजाये नापाक हरकतें कर रहा है। रविवार को पीएम मोदी और सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान ने फिर कश्मीर बम फोड़ दिया।
इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद शामिल नहीं हुए। उनकी जगह पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोरोनो वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में सभी प्रतिबंध हटाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कहा, “COVID-19 सबसे खतरनाक महामारी बन चुका है। कोरोना वायरस के 155,000 मामले सामने आ चुके हैं। 5,833 लोगों की मौत हो चुकी है। 138 देशों में यह फैल गया है। हमें हर हाल में कोरोना वारयस से निपटने के लिए तैयार होना होगा।”
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा। सुरक्षात्मक कदम ही इससे बचा सकते हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रख रहे हैं। एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर नजर रखी जा रही है। स्क्रीनिंग की जा रही है। सामूहिक जुटाव पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। एक-साथ मिलकर हम चुनौतियों से निपट लेंगे।”
हिंदुस्तान में कोरोना ने भले ही 108 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में देश कोरोना को हराने के लिए एकजुट है। कोरोना के खिलाफ इस मुहिम में पीएम मोदी ने अपने साथ सार्क के बाकी 7 देशों को भी जोड़ने का बड़ा कदम उठाया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान PM मोदी ने सार्क देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए corona को हराने का मूलमंत्र समझाया। PM मोदी ने कहा कि सभी सार्क देशों को सावधानी बरतनी होगी और कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
PM मोदी ने सार्क देशों से जानकारी साझा करते हुए बताया कि कैसे भारत विदेशों से करीब 1400 भारतीय को सुरक्षित वापस लेकर आया और जनवरी से ही एहतियात और जांच शुरू कर दिया था।
Corona वायरस के खतरे पर सभी सार्क देशों को video कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा प्रस्ताव है कि हम COVID-19 इमरजेंसी फंड बनायें। यह हम सभी के स्वैच्छिक योगदान पर आधारित हो सकता है। भारत इस फंड के लिए एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के कंट्रीब्यूशन के साथ शुरुआत कर सकता है। उन्होंने कहा, “हम परीक्षण किट और अन्य उपकरणों के साथ भारत में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की एक रैपिड रिस्पांस टीम तैयार कर रहे हैं।”