कोरोना संक्रमित का परिजनों ने अन्तिम संस्कार से मुँह मोड़ा ,धर्मवीर सिंह बग्गा ने किया अंतिम संस्कार

img

रिपोर्ट- यूपी किरण टीम – आंबेडकर नगर

अम्बेडकरनगर।। जब कोरोना संक्रमण से मौत होने के बाद परिजन भी अन्तिम संस्कार करने की हिम्मत नही उठाते ऐसे में कोरोना नायक धर्मवीर सिंह बग्गा की टीम यह काम भी बखूबी कर रही है । जनपद निवासी गंगाराम की कोरोना से मौत के बाद परिजन शव ले जाना भी उचित नही समझे और एक मृतक के परिजन ने इनको फोन किया और पूरी बात बताई जिसके बाद यह अपनी टीम के साथ निकल पड़े अयोध्या जहाँ पहुचने पर पोस्टमार्टम हाउस में एक और लावारिस शव के होने की बात प्रशासन ने बताई तो बग्घा और भी उत्साहित हो उठे और फिर कहा कि जबतक धर्मवीर है तव तक कोई लावारिस नही है । फिर क्या था दोनो शवों का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से किया।

dharamveer_singh_bagga_ambedkarnagar

धर्मवीर सिंह से जब पूरे मामले में बात की गई तो उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि मेरे पास फोन आता है कि बाबू मैं विजय बोल रहा हूं – कौन विजय कहाँ से -भैया विजय यादव दर्शन नगर अस्पताल से मेरे रिस्तेदार करोना पोस्टिव से मर गये है आपकी मदद चाहिए – दोपहर 1 बजे का समय था बाहर धूप बहुत ज़बरदस्त थी l हम घर पर खाना खा रहे थे l

OMG!! रोगियों के कोरोना टेस्ट सैंपल छीनकर भागे बंदर, पेड़ पर बैठ चबा डाली रिपोर्ट

शाम की ट्रेन आने , एकलव्य स्टेडियम में प्रवासी भाइयों के आने की सेवा की तैयारी हो चुकी थी l हमने पूछा क्या मदद चाहिए विजय भाई – भैया मैं अहिरौली थाना कटेहरी का रहने वाला हूं । यही के गंगाराम यादव जी का करोना पोस्टिव थे उनका देहांत हो गया गया है कोई अंतिम संस्कार करने वाला उनका नही है अगर आप सेवा करदे तो मेहरबानी होगी …हमने पूछा आप ? – नही भैया मैं भी किनहि करणो से नही करना चाहता …..उफ़्फ़्फ़्फ करोना! खाना हाथ से छूट गया अब खाने की इच्छा नही थी सोचने लगा वाहेगुरु अब ये कैसा इमतहॉन करोना पोस्टिव के अंतिम संस्कार की सेवा ?

बॉर्डर पर तनाव के बीच हिंदुस्तान को एक और झटका देने की तैयारी में चीन!

मन में आया हे ईश्वर तुमने ही करना है ओर तुम्हीं ने करवाना है ..
तब तक अचानक मुँह से एक लाइन निकलने लगी … देह शिवा वर मोह इहे शुभ कार्मन ते कबहो न डरो …. निश्चय कर अपनी जीत करो …बस फिर क्या था सबसे पहले सरफराज को फ़ोन किया पूछा डरोगे तो नही एक करोना पोस्टिव की चिता जलनी है वो हँसा ओर बोला भैया आप साथ तो डर कैसा मौत बरहक़ है एक दिन तो आनी है अन्य सहयोगी पवन और डिम्पल को फ़ोन किया यही पूछा तो वो हँसे और बोले क्या कब सेवा करनी है सिर्फ़ ये बताइये अब डर वर समाप्त हो चुका है l उसके बाद पुनः हम लोगो ने कालर से सम्पर्क करके कहा विजय हम दर्शन नगर पहुँच रहे है आप परेशान न हो l

देवभूमि में फटा कोरोना बम, एक दिन में मिले 102 केस, प्रदेश मेें कुल आंकड़ा 600 के पार

अंतिम संस्कार का सारा समान , कफ़न ले कर हम जमथरा घाट अयोध्या के लिए हम निकल पड़े लकड़ी के लिय हमने सप्लायर पाली अयोध्या को बोल दिया l अयोध्या मर्चरी हाउस पहुँचने पर एक नया वाक़या सामने आया l

कोरोना वायरस का नया अड्डा बना मुस्लिमों का सबसे बड़ा दुश्मन देश, तेजी से बढ़ रहे हैं मामले

डिप्टी सीएमओ ने कहा कि एक और लाश है जो लावारिश है इसका भी अंतिम संस्कार होना है। मेरे दिल से आवाज़ निकली वाह वाहे गुरु आप महान हो इस लावारिस के कारण हमें गंगा राम यादव के बहाने यहाँ बुलाया। उस एम्बुलेन्स को प्रणाम किया और प्रशासन के लोगों के साथ ले कर चल दिए उन दोनो की अंतिम सेवा । यह किरदार निभाने वाले धर्मवीर अबतक हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके है।

निर्जला एकादशी व्रत की कथा

समाज सेवा का यह जज्बा इसको सुपर हीरो बनाता है । यही नही गरीब बेटियों की शादी भी बग्गा की टीम सार्वजनिक विवाह का आयोजन करके कराती है । इसके अलावा सभी श्रमिको की ट्रेन से उतरने वाले श्रमिको को सेनिटाइजर का कार्य ही बग्गा के ही जिम्मे है और यह कार्य बग्गा की टीम पूरे मन से करती है ।। परहित सरिस धर्म नहिं भाई के कथन पर चलने वाले बग्गा जनपद में ही नही बल्कि आस पास के जनपदों में समस्या निदान के लिए जाने जाते है ।

Related News