img

Up kiran,Digital Desk : दिल्ली के दो प्रतिष्ठित स्कूलों से आई खबरों ने शिक्षा जगत को हिलाकर रख दिया है. एक मामले में जहां स्कूल के प्रिंसिपल पर महिला शिक्षकों को अश्लील संदेश भेजने का गंभीर आरोप लगा है, तो वहीं दूसरे मामले में प्रिंसिपल और शिक्षकों के कथित मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर एक छात्र ने अपनी जान दे दी. दोनों ही मामलों में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए एक प्रिंसिपल को ट्रांसफर और दूसरे को सस्पेंड कर दिया है.

केस 1: MCD स्कूल में 'अश्लील' प्रिंसिपल

किशनगढ़ स्थित दिल्ली नगर निगम (MCD) के एक स्कूल के प्रिंसिपल को प्रशासनिक आधार पर तत्काल प्रभाव से सुल्तानपुरी के एक स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया है. प्रिंसिपल पर आरोप है कि वह स्कूल के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में महिला शिक्षकों को रात में अश्लील और आपत्तिजनक संदेश भेजते थे.

शिक्षकों द्वारा लिखे गए एक पत्र में यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रिंसिपल महिला कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे. जब महिला शिक्षकों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने थप्पड़ मारने की धमकी दी और जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया.

यह मामला तब तूल पकड़ा जब इसे MCD की स्थायी समिति की बैठक में उठाया गया. इससे पहले, शिक्षा समिति के अध्यक्ष योगेश वर्मा ने भी नगर आयुक्त को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि महिला शिक्षकों की शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए, जांच पूरी होने तक प्रिंसिपल को दूसरे स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है. मामला अब कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम के तहत बनी आंतरिक शिकायत समिति को भेज दिया गया है.

केस 2: सेंट कोलंबस स्कूल में उत्पीड़न ने ली जान

एक अन्य दिल दहला देने वाले मामले में, दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट कोलंबस स्कूल की प्रिंसिपल समेत चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई दसवीं कक्षा के एक छात्र की कथित आत्महत्या के बाद हुई है. छात्र ने अपनी मौत के लिए इन शिक्षकों द्वारा किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न को जिम्मेदार ठहराया था.

जानकारी के मुताबिक, छात्र ने मंगलवार को राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. इस मामले में FIR दर्ज होने के बाद, स्कूल प्रशासन ने प्रिंसिपल (कक्षा चौथी से दसवीं), नौवीं-दसवीं कक्षा के समन्वयक और दो शिक्षकों को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है.

दिल्ली शिक्षा विभाग ने भी मामले की जांच और स्कूल के रवैये की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है. वहीं, छात्र के पिता ने इस निलंबन को "अस्थायी" बताते हुए FIR में नामजद सभी शिक्षकों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा, "हमें यह संदेश देना होगा कि कोई भी शिक्षक हमारे बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार न करे."

इन दोनों घटनाओं ने दिल्ली के स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.