पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी सांसद वरुण गांधी अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। वो कई मर्तबा अपनी पार्टी लाइन से अलग जाकर खुलकर बोलते हैं। जिस वजह से उनकी पार्टी भाजपा भी पशोपेश में नजर आती है और असहज हो जाती है। इस बार वरुण गांधी अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल किए जाने के फैसले को लेकर योगी सरकार पर हमलावर हैं।
उन्होंने कहा कि कहीं इस फैसले के पीछे अस्पताल का नाम तो नहीं है, जिसकी वजह से सैकड़ों लोगों के सामने रोजी रोटी का सवाल खड़ा हो गया है। गौरतलब है कि उनके पिता के नाम पर संजय गांधी अस्पताल का नाम रखा गया था, जो 1981 से अमेठी में है। अस्पताल में अमेठी समेत नजदीक के जिलों के सैकड़ों रोगी उपचार के लिए पहुंचते हैं।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस रद्द किए जाने पर सवाल उठाया और कहा कि सवाल संजय गांधी अस्पताल के 450 कर्मचारियों और उनके परिवार का ही नहीं बल्कि रोज सैकड़ों की संख्या में इलाज कराने वाले सूबे की आम जनता का भी है। उनकी पीड़ा के साथ न्याय इंसानियत की दृष्टि ही कर सकती है, व्यवस्था का अहंकार नहीं। कहीं नाम के प्रति नाराजगी लाखों का कार्य ना बिगाड़ दे।
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