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रूस और यूक्रेन युद्ध के डेढ़ साल पूरे होने को है, मगर अंजाम अभी अधूरा है। पुतिन को इस बात का अंदाजा पहले से था कि यूक्रेन को हराने के लिए उन्हें नाटो से भिड़ना पड़ सकता है। तैयारी पिछले साल शुरू हो गई थी। रूस नाटो से भिड़ने और न्यूक्लियर वॉर की तैयारी पूरी कर चुका है और अब घातक हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन में शुरू कर दिया गया है, ताकि यूक्रेन में जल्द जीत हासिल हो सके।

रूस की तरफ से तीसरे विश्व युद्ध को करीब बताया गया है। इसलिए पुतिन की तैयारियों से लगता है कि यूक्रेन युद्ध का अंत एटमी विध्वंस और नाटो से सीधी टक्कर के बाद ही संभव है। रूस की स्ट्रैटिजी से साफ है कि अब पुतिन और इंतजार नहीं करना चाहते हैं। दुनिया कुछ भी कहें, अब पुतिन को परवाह नहीं।

पुतिन अब प्रतिबंधित हथियारों के इस्तेमाल से भी संकोच नहीं कर रहे। यूक्रेन से ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिससे जाहिर होता है कि रूस यूक्रेन में थर्मो बैरेक बम का इस्तेमाल कर रहा है। रूस कई बार FAB 50 बम का इस्तेमाल कर चुका है। क्लस्टर बम का इस्तेमाल तो खुलकर किया जा रहा। किंजल्क और सिकंदर जैसी घातक मिसाइल का इस्तेमाल तो कई बार हो चुका है।

यूक्रेन में दिन के उजाले में जोरदार धमाका हुआ और जमीन से आसमान की तरफ काले धुएं का गुबार उठने लगा। ये FAB 50 जेट बम का धमाका था। बम के धमाके की हवा से ऑक्सीजन सोखने वाले बम का प्रहार जहां भी होता है, वहां सब कुछ भस्म हो जाता है। बंकर में छिपे जवान भी जिंदा नहीं बचते। ऐसे हत्यारों की तस्वीरों के साथ एक बयान भी आया है जो जाहिर करता है कि रूस युद्ध को किस दिशा में ले जाना चाहता है। 

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