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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 27 जून को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 5 में से एक रांची से पटना के लिए भी वंदे भारत ट्रेन को भी प्रधानमंत्री ने वर्चुअल के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बिहार और झारखंड में यह पहली वंदे भारत ट्रेन है। 

बिहार में लोगों को वंदे भारत ट्रेन को देखने के लिए होड़ लग गई। इस मौके पर गया स्टेशन पर एक नेता जी सेल्फी लेने के लिए ट्रेन में चढ़े और इतने मशगूल हो गए कि उन्हें पता ही नहीं चला कि ट्रेन कब चल पड़ी। नेता ने एक शख्स को फोन लगाकर ट्रेन में फंसे होने की जानकारी दी और बताया कि अब वे अगले स्टेशन यानी जहानाबाद में उतरंगे। 

इस दौरान उन्हें ट्रेन में 50 किमी का सफर करना पड़ा। यह घटना मंगलवार को गया जंक्शन रेलवे स्टेशन की है। गया जंक्शन पर सेल्फी लेने के चक्कर में एक शख्स ट्रेन में फंस गया। जब तक वह कुछ समझ पाता तब तक ट्रेन का गेट बंद हो गया और ट्रेन खुल गई। इसके बाद उस शख्स को कुछ समझ नहीं आया। उसने अपने परिचित को फोन कर इसकी जानकारी दी। सेल्‍फी लेने में वंदे भारत ट्रेन में फंसा शख्स ने अपने परिचित को फोन लगाकर आपबीती सुनाई। 

बाद में यह शख्स जहानाबाद रेलवे स्टेशन पर उतरा। बता दें, पीएम मोदी ने मंगलवार सुबह भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। इसमें से दो ट्रेनें मध्य प्रदेश में शुरू की गई है, वहीं तीन ट्रेनें ब‍िहार, कर्नाटक और गोवा के ल‍िए संचाल‍ित हुई है। भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब एक ही दिन में पांच सेमी हाई स्‍पीड ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई है।

बता दें, बेंगलुरु, हुबली और धारवाड़ को जोड़ने वाली वंदे भारत का संचालन शुरू किया गया है। वहीं, भोपाल-इंदौर और भोपाल-जबलपुर वंदे भारत के रूप में एमपी को दूसरी और तीसरी वंदे भारत ट्रेन मिली है। वंदे भारत ट्रेन गोवा को भी पहली बार मिली है। ये ट्रेन मडगांव-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगाव स्टेशन के बीच चला करेंगी। 

आखिरी ट्रेन पटना-रांची जाने वाली वंदे भारत है, जिसका संचालन बिहार में पहली बार होगा। पटना से रांची जाने वाली ट्रेन का संचालन 28 जून से शुरू किया जाएगा। ये ट्रेन जहानाबाद, गया, बरकाकाना, कोडरमा, हजारीबाग टाउन और मेसरा के रास्ते से गुजरेगी। बता दें, वंदे भारत के संचालन से पटना से रांची के बीच की दूरी 6 घंटे की ही रह जाएगी। 

इस ट्रेन में 8 एसी चेयरकार की सुविधा भी है। हर कोच में 4 इमरजेंसी गेट भी हैं, जो कि जीपीएस आधारित सूचना से लैस है। इस ट्रेन का परिचालन गाडी सं. 22349/22350 पटना-रांची-पटना वंदे भारत ट्रेन के नाम से हफ्ते के 6 दिन होगा, ये ट्रेन मंगलवार को नहीं चलेगी।

पटना से रांची चलने वाली इस ट्रेन 6 स्टॉपेज होंगे, इसको लेकर रेलवे ने भी कीमतों का एक चार्ट बनाया है। रेलवे ने किमी की दूरी के आधार पर ही एक्जीक्यूटिव क्लास (ईसी) और चेयर कार (सीसी) का तैयार किया है। पटना से रांची तक के लिए अगर आप खाने के साथ ईसी टिकट लेते हैं, तो किराया 1930 रुपए होगा और बिना खाने के लिए 1760 रुपए।वहीं सीसी (चेयर कार) का किराया आपको भोजन के साथ 1025 रुपए पड़ेगा और बिना खाने के साथ किराया 890 रुपए है। वहीं रांची से पटना तक का ब्रेकफास्ट और डिनर के साथ की ईसी टिकट आपको 2110 रुपए है, वहीं सीसी (चेयर कार) का किराया ब्रेकफास्ट और डिनर के साथ 1175 रुपए है। 

ये किराया बिना खाने के 887 रुपए होगा। बता दें, वंदे भारत में खाना लेने या न लेने की सुविधा वैकल्पिक है। रांची से पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन का पहला स्टॉपेज 20 किमी दूर मेसरा है, रांची से मेसरा का ईसी किराया खाने के साथ 690 रुपए पड़ेगा, वहीं खाने के बिना ये किराया 585 रुपए पड़ेगा। 

इसके अलावा, सीसी (चेयर कार) का किराया प्रति यात्री खाने के साथ 365 रुपए है। बिना खाने के ये किराया 299 रुपए है। रांची-पटना वंदे भारत मंलवार को छोड़कर रोज सुबह 10.30 बजे चलकर रात के 17.25 बजे पटना जंक्शन पहुंचेगी। वहीं वापसी में ये गाड़ी पटना-रांची वंदे भारत पटना जं. से 07.00 बजे चलेगी और 22.05 बजे पटना पहुंचेगी।

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