img

Up Kiran, Digital Desk: हरियाणा सरकार ने पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनके परिवार से जुड़े अकील अख्तर की रहस्यमयी मौत के मामले में CBI जांच की सिफारिश की है। केंद्र की मंज़ूरी के बाद अब यह मामला फेडरल एजेंसी को सौंपा जाएगा।

यह केस 20 अक्टूबर को पंचकूला पुलिस ने दर्ज किया था। FIR में मुस्तफा, उनकी पत्नी, बेटी और दामाद के नाम शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों का अकील की संदिग्ध मौत से कोई न कोई संबंध है। हालांकि, परिवार का कहना है कि अकील की मौत नशीली दवाओं के ओवरडोज़ से हुई थी।

संवेदनशील केस, कई राज्यों से जुड़ा मामला

अधिकारियों के मुताबिक, केस को CBI को सौंपने का निर्णय इसकी संवेदनशीलता और कई राज्यों के न्याय क्षेत्र में आने के कारण लिया गया। अकील 16 अक्टूबर की रात अपने घर में बेहोशी की हालत में मिला था। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसे मृत घोषित कर दिया गया।

शुरुआत में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं दिखी और शव परिवार को सौंप दिया गया। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब मलेरकोटला निवासी शमसुद्दीन चौधरी ने शिकायत दी। उसने कहा कि अकील ने अगस्त में एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उसने अपनी जान को खतरा बताया था।

मुस्तफा ने दी सफाई

पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे। उनके अनुसार, “एक पिता के लिए अपने इकलौते बेटे को खोना सबसे बड़ा दर्द है। अकील पिछले 18 सालों से ड्रग एडिक्शन से जूझ रहा था। उसकी मौत ओवरडोज़ से हुई हो सकती है।”

मुस्तफा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग इस दुखद घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मेरे खिलाफ केस दर्ज हुआ है, मैं उसका स्वागत करता हूँ। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।”

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

अकील का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे उसने 27 अगस्त को रिकॉर्ड किया था। वीडियो में अकील ने अपने परिवार पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। वह अपने पिता और पत्नी के रिश्तों को लेकर भी सवाल उठाता है। इस वीडियो ने पूरे केस को और रहस्यमयी बना दिया है।