
पंजाब ।। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में राम रहीम की निजी तौर पर पेशी को लेकर हरियाणा सरकार खासी चिंतित थी कि यदि राम रहीम पंचकूला आया, तो फिर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है।
पुलिस को डर था कि अगर रेप के मामले में जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में फिजिकली पेश करने के लिए बाहर लाया जाएगा तो माहौल बिगड़ सकता है।
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कहा जा रहा है कि ऐसा होता है तो डेरा सच्चा सौदा समर्थक एक बार फिर से बेकाबू हो सकते हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अब 11 जनवरी को पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट द्वारा राम रहीम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फैसला सुनाया जाएगा। कोर्ट ने सरकार की अपील मान ली है। अब राम रहीम को पंचकूला नहीं लाया जाएगा।
2 साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल कैद की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम पर हुई पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में 11 जनवरी को फैसला सुनाया जाने उम्मीद है।
गौरतलब है कि साध्वी यौन शोषण मामले में राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला व हरियाणा के अन्य इलाकों में राम रहीम के अनुयायी पंचकूला में जमा होने लगे थे इनमें कई उपद्रवी भी पंचकूला में घुस गए थे और वहां जमकर हिंसा हुई थी। इससे हरियाणा सरकार कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित थी लेकिन अब उन्होंने राहत की सांस ली है।
फोटो- फाइल