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Health News : कैंसर रोधी की चार प्रमुख दवाओं को आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) में शामिल किया गया है। इस सूची में 34 नई दवाएं जोड़ी गई हैं जबकि 26 दवाओं को हटा दिया गया है। जो नई दवाएं शामिल की गई हैं, उनमें सर्वाधिक चार कैंसर के उपचार की हैं। सूची में शामिल दवाएं बेंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनिलेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट हैं। उपाध्यक्ष स्थायी राष्ट्रीय चिकित्सा समिति और हेल्थ केयर प्रोडक्ट ने एएनआई को बताया कि,”बैंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, इरिनोटेकन एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनिलेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट जैसी चार कैंसर रोधी दवाओं को सूची में जोड़ा गया है, ये दवाएं विभिन्न प्रकार के कैंसर में प्रभावी हैं और ये सस्ती भी हैं।’

उन्होंने कहा कि सरकार व्यापार को युक्तिसंगत बनाने पर भी काम कर रही है ताकि आम कैंसर के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं सस्ती सीमा में आ सकें। इवरमेक्टिन, मुपिरोसिन, मेरोपेनेम और साइकोथेराप्यूटिक ड्रग निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी जैसी कुछ एंटी-इन्फेक्टिव सहित 34 दवाओं को भी आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में जोड़ा गया है, जिसके तहत कुल दवाओं को 384 तक ले जाया गया है।

इसके अलावा 26 दवाओं जैसे कि रैनिटिडिन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा आदि को संशोधित सूची से हटा दिया गया है। लागत-प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के मापदंडों के आधार पर विलोपन किया गया है। “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सबको दवा, सस्ती दवा की दिशा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत विभिन्न कदम उठा रहा है। इस दिशा में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) सस्ती गुणवत्ता वाली दवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “यह लागत प्रभावी, गुणवत्ता वाली दवाओं को बढ़ावा देगा और नागरिकों के लिए स्वास्थ्य देखभाल पर जेब खर्च में कमी में योगदान देगा।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के अनुसार, एनएलईएम का प्राथमिक उद्देश्य दवाओं के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देना है। स्वास्थ्य मंत्री के सचिव राजेश भूषण ने कहा, “आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची का प्राथमिक उद्देश्य दवाओं के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देना है। जब हम तर्कसंगत उपयोग करते हैं, तो इसका मतलब है कि हमें दवा की लागत, दवा की सुरक्षा और प्रभावकारिता को देखना होगा। इसलिए दवा का तर्कसंगत उपयोग लागत, सुरक्षा और प्रभावकारिता के तीन मापदंडों पर निर्भर है।

सूची के अनुसार, हार्मोन, अन्य अंतःस्रावी दवाएं और गर्भनिरोधक Fludrocortisone, Ormeloxifene, Insulin Glargine और Teneliglitin को सूची में जोड़ा गया है। श्वसन तंत्र पर काम करने वाली दवा मोंटेलुकास्ट और नेत्र रोग की दवा लैटानोप्रोस्ट, कार्डियोवस्कुलर दवाएं डाबीगट्रान और टेनेक्टेप्लेस को भी शामिल किया गया है।

डॉ वाई के गुप्ता ने कहा, “आईवरमेक्टिन, मेरोपेनेम, सेफुरोक्साइम, एमिकासिन, बेडाक्विलाइन, डेलामेनिड, इट्राकोनाजोल एबीसी डोलटेग्रेविर जैसे एंटीफेक्टिव्स को एनएलईएम में जोड़ा गया है।” 399 फॉर्मूलेशन की संशोधित सूची पिछले साल इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के तहत एक विशेषज्ञ समिति द्वारा प्रस्तुत की गई थी और सूची को आधिकारिक तौर पर सितंबर 2021 में सरकार द्वारा जारी किया गया था।

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