कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मशहूर सरकारी हॉस्पिटल से नवजात बच्चे की चोरी के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आखिरकार अब पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट तलब की है। गुरुवार को यह रिपोर्ट मांगी गई है। आगामी 7 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। उसी दिन राज्य सरकार को इस मामले में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच में रिपोर्ट पेश करनी होगी।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि गत 13 जून को चंदननगर के रहने वाली देवयानी मंडल और बाबुन मंडल के बच्चे को आरजीकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (RGKAR Medical College) में भर्ती किया गया था। उसके बाद से आज तक इन लोगों ने बच्चे की शक्ल नहीं देखी। लॉक डाउन होने के बावजूद रोज चंदननगर से आरजीकर हॉस्पिटल (RGKAR Medical College) आते थे और बच्चे की खोज खबर लेते थे लेकिन हॉस्पिटल की ओर से उन्हें मिलने नहीं दिया जाता था। वे जब भी अपने बच्चे के बारे में पूछते थे तो नर्स और अन्य कर्मचारी बताते थे कि डॉक्टर बताएंगे लेकिन डॉक्टर कुछ बताता ही नहीं था।
इसके बाद ही उनके मन में संदेह हुआ जबरदस्ती दोनों हॉस्पिटल के अंदर घुस गए। बच्चे के बेड के पास पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो गई है। 26 जून को हॉस्पिटल की ओर से बताया गया कि भर्ती होने के दो दिन के बाद ही 15 जून को बच्चे की मौत हो गई थी। ऐसे में इतने दिनों तक बच्चे के मां-बाप को क्यों नहीं बताया गया, इस बारे में सवाल खड़े हो रहे हैं। परिजनों का दावा है कि बच्चे को किसी और के हाथ में बेच दिया गया है। अभी तक मरे हुए बच्चे के शव के बारे में भी परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई है।