कर्नाटक के विद्यालयों में हिजाब करने की इजाजत न देने पर विवाद (Hijab Controversy) ने अब अंतरराष्ट्रीय रूप ले लिया है। मुस्लिम मुल्कों के संगठन इस्लामिक कोऑपरेशन ने इस विवाद पर टिप्पणी की है और भारत को सलाह देने का प्रयास किया है।
इस्लामिक सहयोग संगठन ने ट्वीट किया कि इस्लामिक सहयोग संघ का सचिवालय मांग करता है कि भारत मुस्लिम धर्म की सुरक्षा, हितों का ध्यान रखें। इस्लाम का पालन करने वाले लोगों की लाइफस्टाइल की रक्षा करें। इसके साथ साथ हिंसा भड़काने वालों और घृणा अपराध करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में हस्तक्षेप करने एवं मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रयास करने का आह्वान किया है। इतना ही नहीं, संगठन ने हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद के दौरान अभद्र भाषा के संबंध में भारत को सबक देने का भी प्रयास किया है।
The General Secretariat of the Organization of Islamic Cooperation (#OIC) expresses deep concern over recent public calls for #genocide of #Muslims by the ÔÇÿ#HindutvaÔÇÖ proponents in #Haridwar in the State of #UttarakhandÔǪ pic.twitter.com/9Qh7VVe9dl
— OIC (@OIC_OCI) February 14, 2022
हालाँकि, हिंदुस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन के रुख पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि हिंदुस्तान में सभी धर्मों के लोग खुशी से रह रहे हैं। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी भारत को हिदायत नहीं दे सकता।
आपको बता दें कि इस्लामिक सहयोग संगठन में टोटल 57 मुस्लिम मुल्क शामिल हैं, जिनमें पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब जैसे मुस्लिम मुल्क भी हैं। यूएन के बाद यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ी संस्था मानी जाती है। तो वहीं हिजाब विवाद (Hijab Controversy) को लेकर ये संगठन सक्रिय हो गया है।