हम सभी अपने जीवन में बड़े बुज़ुर्ग से कहते सुना होगा कि मछली खाने के बाद दूध वाली कोई चीज़ नहीं खाना या पीना। कहा जाता रहा है कि इससे लोगों में चर्म रोग (स्किन एलर्जी) का खतरा काफी बढ़ जाता है. हांलाकि मछली के ऊपर दूध पीने से बढ़ने वाले खतरे को वैज्ञानिक सिरे से खारिज करते हैं.
वैसे बचपन से ही दूध पीने के फायदों के बारे में हमें बताया जाता है. लेकिन जब बात मछली के साथ आती है, तो इसको मना कर दिया जाता है. लेकिन अब वैज्ञानिकों का मानना है कि मछली के ऊपर दूध पीने से इंसान के शरीर या उसकी स्किन को कोई नुकसान नहीं होता है. अगर ऐसा कोई नुकसान होता भी है तो इसकी केवल एक ही वजह हो सकती है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा तभी खतरनाक हो सकता है जब आपका शरीर किसी विशेष खाद्य पदार्थ को पचाने में सक्षम न हो. इस पर होने वाली स्टडी में भी अब तक यह बात साबित नहीं हो पाई है.
जब इस पर रिसर्च किया तो वे किसी और ही नतीजे पर पहुंचे. दूध और मछली दोनों का ही न्यूट्रीशन वेल्यू काफी उच्च होती है. दोनों ही आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन देने का काम करते हैं.
मछली के ऊपर दूध पीने को लेकर जब वैज्ञानिकों ने रिसर्च किया तो वे किसी और ही नतीजे पर पहुंचे. दूध और मछली दोनों का ही न्यूट्रीशन वेल्यू काफी उच्च होती है. दोनों ही आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन देने का काम करते हैं.
हालांकि वैज्ञानिकों ने बताया कि मछली के ऊपर दूध पीने से एलेर्जी होने के दो मूल कारण हो सकते हैं. फिश फूड को ठीक से न पकाया गया हो या शरीर दूध में मौजूद लेक्टोस को बर्दाश्त न कर पा रहा हो.