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जिस वक्त रूस यूक्रेन जंग सबसे खतरनाक रुख पर है, उस वक्त में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बड़ा फैसला लिया है और अपने रक्षा मंत्री एलेक्सी रेस निकोस को पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि सैनिकों पर भ्रष्टाचार के कई आरोप थे। हालांकि रेस को हटाने का एलान करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की ने यह दलील दी है कि 550 दिन से जारी जंग में अब नए अप्रोच की जरूरत है। लेकिन यह असल वजह नहीं है।

अमेरिका और नाटो देशों से मिल रही अरबों डॉलर की मदद के बीच यूक्रेन में खुलेआम भ्रष्टाचार की खबरें जोरों पर हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, जिसके चलते उप रक्षा मंत्री को पहले ही इस्तीफा देना पड़ा था। रक्षा सामानों की खरीद मामले में हेराफेरी को लेकर विजिलेंस ने रक्षा मंत्रालय के कई आला अफसरों को बर्खास्त किया था।

बीते महीने सेना भर्ती में हुए अनियमितता के चलते सभी भर्ती कमिश्नरों को हटा दिया गया था। इसके बाद से ही रक्षा मंत्री देश निको पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो विजिलेंस ने उन्हें हटाने का फैसला लिया। रेस निको को रक्षा मंत्री के पद से भले ही हटा दिया गया हो, लेकिन इस पर मोहर यूक्रेन के पार्लियामेंट में लगेगी। अगले हफ्ते रेस के हटाए जाने के प्रस्ताव पर पार्लियामेंट में वोटिंग होगी। इसी बीच फेलिक्स ने रुस्तम एम्ब्रोस को देश के नया रक्षा मंत्री नियुक्त कर दिया है। ऐसे में अगर भ्रष्टाचार पर यूक्रेन ने काबू नहीं पाया तो जेलेंस्की को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ सकती है। 

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