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जशपुर जिला से एक अजब गजब मामला सामने आया है। जहां नारायणपुर में एक शख्स जो मर चुका था, अर्थी पर जिसे लेटा दी गई थी वह फिर जिंदा हो गया। किंतु उसे जब अस्पताल ले जाया गया तो डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके लिए गांववालों को दो बार उसकी अर्थी बनानी पड़ी और दो बार चीता सजानी पड़ी। तब जाकर उस व्यक्ति का अंतिम संस्कार हो पाया।

मामला नारायणपुर थाना क्षेत्र के बन कोम्बो ग्राम पंचायत के सारंग बस्ती की है। यहां रहने वाले 55 वर्षीय राजकपूर नगेसिया की सोमवार को मौत हुई। उसके मरने के बाद समाज और परिवार के लोग उसके घर पर इकट्ठा हुए। अंतिम संस्कार करने के लिए उसकी चिता सजा दी गई। उसे चिता तक ले जाने के लिए अर्थी पर लिटाया भी गया था। उसे जैसे ही शमशान घाट ले जाने वाले थे, तभी घर के एक सदस्य ने उसका अंतिम फोटो खींचने की इच्छा जाहिर की। उसके चेहरे से कफन हटाया गया तो देखा कि मृतक के चेहरे पर पसीना आ रहा था। उसके चेहरे पर पसीना आते देख सभी के पसीने छूट गए। इस बार जब मृतक का नाम देखा गया तो नब्ज भी चल रहा था।

ऐसा देख उसे घरवालों ने अर्थी से उठाकर जमीन पर बिठा दिया। जमीन पर बैठने के बाद उसे हल्का सा होश आया। होश आने के बाद घर वालों ने उसे पानी पिलाया। इस बीच घर परिवार के लोग उसे उपचार कराने के लिए कुनकुरी अस्पताल लेकर गए, मगर कुनकुरी अस्पताल में जब उसे डॉक्टर ने चेक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी। उसके मरने के बाद मंगलवार को फिर से उसकी अर्थी पर लिटाकर शमशान घाट ले जाया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया है। इस घटना से गांव के लोगों में काफी हैरानी है और इलाके भर में इस घटना की चर्चा हो रही है। 

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