israel vs iran war: एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिसका उद्देश्य लेबनान में हिज्बुल्लाह के लीडर के मारे जाने का प्रतिशोध लेना था। इजरायल ने दावा किया कि उसने अधिकांश मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया, जबकि कुछ को उसके मित्र देशों के एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया।
हालांकि, जो मिसाइलें बच गईं, वे नागरिक और व्यवसायिक क्षेत्रों में गिरीं, जिसमें एक वायुसेना के अड्डे को भी नुकसान पहुंचा। एक मिसाइल मोसाद के मुख्यालय के नजदीक गिरी, जिससे सुरक्षा चिंताएं बढ़ गईं। इसके जवाब में, इजरायल ने 100 से ज्यादा एडवांस फाइटर जेट्स से ईरान के कई ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में इजरायली महिला पायलट्स ने भी हिस्सा लिया, और यह ऑपरेशन तीन घंटे तक चला, जिसमें इजरायल का कोई भी जेट न तो मारा गया और न ही क्षतिग्रस्त हुआ।
ईरान ने इस हमले में चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि की, जबकि इजरायल के मिसाइल हमले में एक व्यक्ति वेस्ट बैंक में मारा गया। अब सवाल यह है कि आगे क्या होगा? ईरानी नेताओं ने इजरायल के हवाई हमले का करारा जवाब देने की बात कही है, और ऐसा होने की संभावना भी है। ईरान अपने मिसाइलों का जखीरा फिर से खोल सकता है, जिससे वह अपने सहयोगियों जैसे हिज्बुल्लाह और हमास का भरोसा और मजबूत करने की कोशिश करेगा।
तो वहीं, ये भी संभव है कि ईरान सीधे हमले से बचे, क्योंकि इजरायल के नए हमले के जवाब में वह और अधिक शक्तिशाली हमला कर सकता है, जिससे ईरान को भारी नुकसान हो सकता है। इस वक्त दोनों देशों के अगले कदमों का अनुमान लगाना कठिन है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और भविष्य में और भी संघर्ष की संभावना है।
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