img

Janmashtami 2024: द्वापर युग में श्री कृष्ण ने मथुरा नरेश कंस की जेल से पलभर में मुक्ति पाई थी, मगर कलयुग में कान्हा कानूनी दांव-पेंचों में इस कदर फंस गए हैं कि पिछले 22 सालों से कोतवाली के मालखाने में बंद हैं। मामला शिवली नगर पंचायत क्षेत्र का है, जहां 12 मार्च 2002 को एक प्राचीन मंदिर से राधा कृष्ण और बलराम सहित पांच बेशकीमती अष्टधातु मूर्तियों की चोरी कर ली गई थी।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मूर्तियों को बरामद कर चार चोरों को गिरफ्तार कर लिया। कुछ दिनों में आरोपितों को जमानत मिल गई, मगर श्री कृष्ण और उनके परिवार की मूर्तियां आज भी कोतवाली के मालखाने में बंद हैं। 22 साल से मामला न्यायालय में चल रहा है और अब उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद मामला ट्रायल पर पहुंचा है।

जन्माष्टमी के मौके पर इन मूर्तियों को मालखाने से बाहर निकालकर स्नान कराया जाता है और नए वस्त्र पहनाए जाते हैं, मगर सवाल यह है कि जब चोर जेल से बाहर घूम रहे हैं, तो भगवान श्री कृष्ण और उनके परिवार की मूर्तियां अब तक अपने मंदिर में क्यों नहीं पहुंच पाईं?

अब देखना ये है कि कानूनी दांव-पेंच में उलझे भगवान श्री कृष्ण की रिहाई कब होगी और वे फिर से अपने मंदिर में पूजा के लिए स्थापित हो पाएंगे।

--Advertisement--