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संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव और मणिपुर हिंसा के बीच जिस एक और नाम की चर्चा है वो नाम है कलावती बंदुरकर। कलावती महाराष्ट्र के यवतमाल जिले की रहने वाली हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के विदर्भ में कलावती बन दूर कर का जिक्र किया। अमित शाह ने दावा किया कि राहुल गांधी ने जिन कलावती के घर भोजन किया था, उनकी मदद राहुल ने नहीं बल्कि पीएम मोदी ने की। मगर कलावती ने अमित शाह के बड़े बड़े दावों की असलियत सामने रख दी है।

अमित शाह के इसी दावे पर कलावती ने कहा, राहुल गांधी की मदद के कारण हमें शिक्षा, भोजन मिला और बच्चों की शादी कर पाए। मोदी सरकार ये दावे क्यों कर रही है? यह झूठ है। राहुल गांधी थे, जिन्होंने शुरू से हमारी मदद की। इसीलिए मैं उनकी तारीफ करती रहूंगी। मोदी सरकार जो भी कह रही है, वह सब झूठ है। अब कांग्रेस ने शाह के दावों को झूठा बताया है।

कांग्रेस ने बीते कल को लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस दिया है और आरोप लगाया है कि उन्होंने कलावती वनदुर्गा नामक उस महिला के बारे में झूठ बोला है, जिससे राहुल गांधी ने 2008 में मुलाकात की। सदन में कांग्रेस के सचिव मानिक टैगोर ने लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस सौंपा है।

जानें कौन हैं कलावती

कलावती यवतमाल के जालिका गांव की रहने वाली है। कर्ज से परेशान कलावती के पति परशुराम ने हत्या कर ली थी। राहुल गांधी ने साल दो हज़ार 8 में कलावती से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही कलावती चर्चा में आ गई थी। पिछले साल एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कलावती ने कहा था कि राहुल ने उन्हें 3 लाख का चेक दिया था। इसके बाद उनके खाते में ₹30 लाख डाले गए थे। कलावती ने बताया कि राहुल से मिलने के बाद किस तरह उनका जीवन बदल गया। वह पहले झोपड़ी में रहती थी, मगर अब उनके पास पक्का घर है। 

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