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Up Kiran, Digital Desk: कार्तिक का महीना हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है, और इस महीने का सबसे खास दिन होता है कार्तिक पूर्णिमा। यह सिर्फ एक पूर्णिमा नहीं, बल्कि त्योहारों का एक संगम है। इसे 'त्रिपुरारी पूर्णिमा' और 'देव दिवाली' के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन की रौनक ही अलग होती है, जब घर, मंदिर और पवित्र नदियों के घाट लाखों दीयों की रोशनी से जगमगा उठते हैं।

दक्षिण भारत के राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में इसे 'कार्तिकाई दीपम' के रूप में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। आइए जानते हैं 2025 में यह पावन दिन कब है और इसका इतना महत्व क्यों है।

कार्तिक पूर्णिमा 2025: तारीख और शुभ मुहूर्त

इस साल कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। हालांकि, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 नवंबर, मंगलवार को रात 10:36 बजे से हो जाएगी और इसका समापन 5 नवंबर, बुधवार को शाम 6:48 पर होगा। हिंदू धर्म में उदयातिथि को महत्व दिया जाता है, इसलिए मुख्य त्योहार 5 नवंबर को ही मनाया जाएगा।

क्यों इतना खास है यह दिन?

कार्तिक पूर्णिमा का दिन कई पौराणिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है, जिस वजह से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है:

भगवान शिव की विजय: मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था, जिससे तीनों लोकों को उसके आतंक से मुक्ति मिली थी इसी वजह से भगवान शिव को 'त्रिपुरारी' भी कहा जाता है और यह दिन 'त्रिपुरारी पूर्णिमा' कहलाया।इस जीत की खुशी में देवताओं ने स्वर्ग में दीपक जलाए थे, तभी से इसे 'देव दिवाली' भी कहते हैं।

भगवान विष्णु का अवतार: यह भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला अवतार, यानी 'मत्स्य' (मछली) अवतार लिया था।

पवित्र स्नान का महत्व: इस दिन पवित्र नदियों, खासकर गंगा में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है।मान्यता है कि ऐसा करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कैसे मनाया जाता है यह पर्व?

इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करते हैं और व्रत रखते हैं। घरों और मंदिरों में भगवान सत्यनारायण की कथा की जाती है। शाम के समय, दीये जलाने की परंपरा सबसे खास होती है। लोग अपने घरों, मंदिरों और तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाते हैं। नदियों के घाटों पर लाखों दीये जलाकर पानी में प्रवाहित किए जाते हैं, जो एक बेहद खूबसूरत और मनमोहक दृश्य होता है। इस दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है।

इस कार्तिक पूर्णिमा पर अपनों को भेजें ये प्यारे संदेश

इस पावन अवसर पर आप भी अपने दोस्तों और परिवारजनों को शुभकामनाएं भेजकर उनकी खुशियों की कामना कर सकते हैं:

जैसे दीपक अंधेरे को मिटाता है, वैसे ही यह कार्तिक पूर्णिमा आपके जीवन से सभी दुखों को दूर करे। आपको और आपके परिवार को कार्तिक पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं!

शिव और विष्णु की कृपा आप पर हमेशा बनी रहे। दीयों की रोशनी की तरह आपका जीवन भी हमेशा चमकता रहे। शुभ कार्तिक पूर्णिमा!

यह सिर्फ दीयों का त्योहार नहीं, बल्कि अपने अंदर के अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाने का दिन है। आपको एक शांतिपूर्ण और आनंदमयी कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं।

चाँद की रोशनी और दीयों की चमक के साथ, यह कार्तिक पूर्णिमा आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए।

आइए इस देव दिवाली पर हम सब मिलकर प्रेम और भाईचारे का दीपक जलाएं। हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा!