img

नई दिल्ली। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य ( msp )सहित कई मांगों के साथ दिल्ली कूच कर रहे पंजाब-हरियाणा और यूपी के किसानों को सीमा पर कंटीले तार, कीलें और बैरिकेट्स लगाकर रोक दिया गया है। किसानों को इस तरह से जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। मंगलवार को मीडिया से मुखातिब कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस मामले में मोदी सरकार से पाँच सवाल किए हैं।

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार से पूछा कि क्या देश के अन्नदाता न्याय मांगने दिल्ली नहीं आ सकते?, क्या सरकार मानती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर कब्ज़ा करना चाहते हैं? देश के अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाएं? जब किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय है तो फिर किसान की राह में कीलें और कंटीली तारें क्यों? आखिरी सवाल - क्या मोदी सरकार को देश की मिट्टी का दर्द और आत्महत्या करते अन्नदाताओं की वेदना सुनाई नहीं देती?

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा। सुरजेवाला ने कहा कि किसानों की आवाज़ को दबाने के लिए बीजेपी सरकार ने देश की राजधानी दिल्ली को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। जैसे किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो।  

इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर किसानों से किए गए तीन वादे तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीनों वादे तोड़े हैं। खरगे ने बताया कि ये वादे थे मोदी सरकार ने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी, स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक लागत और 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करना और एमएसपी को कानूनी दर्जा।

--Advertisement--