Kisan Mahapanchayat में उमड़ा किसानों का सैलाब, सकते में केंद्र व प्रदेश सरकार

img

मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में आज देशभर से लाखों किसानों का हुजूम (Kisan Mahapanchayat) उमड़ पड़ा है। किसान संगठनों के सभी नेता मंच पर पहुंच चुके हैं। इस महापंचायत में किसानिनें भी बड़ी तादाद में शामिल हुई हैं। महापंचायत के मद्देनजर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किये गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात हैं। किसानों की इस महापंचायत में यूपी और उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनने की संभावना है। 

Kisan Mahapanchayat

उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में जुटे हैं। इस महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल हुए हैं। बीकेयू नेता नरेश टिकैत, राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, चौधरी यशवीर सिंह और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी समेत अनेक किसान नेता महापंचायत के मंच पर मौजूद हैं। महापंचायत की अध्यक्षता गठवाला खाप के थांबेदार बाबा श्याम सिंह कर हैं।

Kisan Mahapanchayat - rakesh

महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में उमड़ी भीड़

महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में उमड़ी भीड़ से किसान उत्साहित हैं। हाईवे पर दूर-दूर तक ट्रैक्टर और ट्रॉली का काफिला दिख रहा है। किसान केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। किसानों के हुजूम के चलते जाम की स्थिति है। किसानों का कहना है कि देश की जनता अब बीजेपी के बहकावे और जुमलों में फंसने वाली नहीं है। यह ‘जमीर और जमीन’ दोनों की लड़ाई है। उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता संघर्षरत किसानों के साथ है।

बताते चलें कि किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों की मांगें पूरी होने तक मुजफ्फरनगर की जमीन पर कदम नहीं रखने का प्राण किया हुआ है। राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा कि जब से आंदोलन शुरू हुआ है तब से मैं पहली बार मुजफ्फरनगर जा रहा हूं। मैं यहां की जमीन पर कदम नहीं रखूंगा। बस अपने घर की तरफ देख लूंगा। जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाते, मैं तब तक घर नहीं जाऊंगा। (Kisan Mahapanchayat)

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में आये किसानो पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा करना चाहते थे, लेकिन उन्हें प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। जयंत चौधरी ने तालियों और अन्य वाहनों से आ रहे किसानो पर हाथ से ही पुष्प वर्षा की। जयंत चौधरी ने कहा कि बहुत माला पहनी हैं, मुझे जनता ने बहुत प्यार, सम्मान दिया है। अन्नदाताओं पर पुष्प बरसाकर उनका नमन और स्वागत करना चाहता था, लेकिन अनुमति मिली। आखिर किसानो के सम्मान से सरकार को क्या खतरा है?

देश की सबसे मूल्यवान कंपनी Reliance Industries Limited सबसे ज्यादा फायदे में, कैसे

Related News