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KSCA T20: क्रिकेटर करुण नायर, जिन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक तिहरा शतक बनाया था, अब एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनकी धुआंधार पारी ने महाराजा ट्रॉफी टी-20 टूर्नामेंट को नए स्तर पर पहुंचा दिया है। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में बीती रात्रि मैसूर वॉरियर्स के कप्तान ने मैंगलोर ड्रैगन्स के विरूद्ध एक ऐतिहासिक पारी खेली।

उन्होंने महज 48 गेंदों में 124 रन बनाकर सबको चौंका दिया। उनके प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट फैंस को एक बार फिर उनकी पुरानी यादों में डाल दिया, जब उन्होंने चेन्नई टेस्ट में नाबाद 303 रन बनाकर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचाया था।

खेली ताबड़तोड़ पारी

नायर ने अपनी नाबाद 124 रन की पारी में 13 चौके और 9 छक्के लगाए, जिससे उनकी स्ट्राइक रेट 258.33 रही। उनके इस आतिशबाज़ी भरे प्रदर्शन के सामने, मैंगलोर ड्रैगन्स की टीम टिक नहीं पाई। ड्रैगन्स को 14 ओवर में 7 विकेट पर 138 रन बनाकर खेल रोकना पड़ा, और अंततः बारिश के कारण मैच को वीजेडी पद्धति से 27 रन से हार माननी पड़ी। ड्रैगन्स के लिए, विकेटकीपर बल्लेबाज सिद्धार्थ (27 गेंदों पर 50) और निकिन जोस (21 गेंदों पर 32) ही उम्मीद की किरण बने।

करुण नायर की इस पारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनकी बैटिंग की क्षमता और खेल के प्रति उनकी जुनून आज भी उतना ही मजबूत है।

 

 

साथ भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद भी जगा दी हैं। 

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