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जोशीमठ में जहां घर खिसक रही थी, दरारें पड़ रही थी, वहीं जोशीमठ से 15-16 किलोमीटर दूर एक गांव पूरी तरह खिसकने लगा है। एक एक कर घर जमींदोज हो चुके हैं। जनपद चमोली का पगनो गांव बीते 3 महीने से कुदरती आफत से जूझ रहा है।

गांव में लगभग 120 परिवार रहती हैं। गांव धीरे धीरे तबाही के मुहाने पर खड़ा है। अभी तक 10 मकान जमींदोज हो चुके हैं। ये भूस्खलन अब तेजी से बढ़ने लगा है। गांव के लोग बेबस, लाचार हो चुके हैं। साथ ही डर के साए में जीने को मजबूर नजर आ रहे। मगर ये आफत थमने का नाम नहीं ले रही।

पगनो की पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के चलते हालात काफी नाजुक हो गए हैं। आपको बता दें कि पिछले तीन महीने से भूस्खलन का दौर जारी है। अभी तक ये पहाड़ी पर बसा गांव कुदरती आफत से जूझ रहा है। 250 मीटर से नीचे की जमीन खिसक चुकी है। 60 परिवार अभी तक खतरे की जद में हैं। अब ये लाचार बेबस लोग कुछ और करें भी तो क्या करें।

एक हंस्ता मुस्कुराता गांव बर्बादी की दहलीज पर पहुंच चुका है। ग्रामीणों के चेहरे पर लाचारी और दहशत को देखा जा सकता है। ऊपर नीचे अगल बगल जमीन खिसक रही है। हालात ऐसे हो चुके हैं कि मकान कभी भी लैंडस्लाइड की चपेट में आ सकते हैं। 

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