कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 25 सितंबर को दोपहर 12:00 बजे बिलासपुर के तखतपुर विकासखंड में आयोजित प्रोग्राम में शिरकत करेंगे। दरअसल 30 दिन बाद फिर से राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं। सितंबर महीने में कांग्रेस के तीन बड़े नेता छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुके हैं।
8 सितंबर को मल्लिकार्जुन खड़गे राजनंदगांव के दौरे पर पहुंचे थे। इसके बाद 21 सितंबर को प्रियंका गांधी ने दुर्ग संभाग में एक बड़ी महिला समृद्धि सम्मेलन में भाग लिया था। वहीं 25 सितंबर को राहुल गांधी बिलासपुर संभाग में कांग्रेस के भरोसे के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़े स्तर पर तैयारी की है।
वहीं बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के समापन में भी पीएम मोदी 28 सितंबर को बिलासपुर के दौरे पर आ रहे हैं। बता दें आज होने जा रहे सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, सांसद दीपक बैज, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे करेंगे। ये सम्मेलन परसदा के फायर एवं एसडीआरएफ मैदान में आयोजित किया जा रहा है। राहुल गांधी बिलासपुर में कांग्रेस के भरोसे के सम्मेलन में शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ में ये है सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा
इस दौरान कांग्रेस सरकार अपनी एक और महत्वकांक्षी योजना ग्रामीण आवास योजना को लागू करने जा रही है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बजट सत्र में पहले ही कर चुके हैं। इसके तहत राज्य सरकार गरीबों को आवास देने के लिए पूरा खर्च करेगी। इस योजना को विधानसभा इलेक्शन के लिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि आवास योजना ग्राउंड लेवल का सबसे बड़ा मुद्दा है। अपने छत्तीसगढ़ में पीएम आवास योजना एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच पीएम आवास योजना के लिए लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। क्योंकि पिछले साल केंद्र सरकार ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाकर 7 लाख से अधिक पक्का मकान बनाने का लक्ष्य वापस ले चुकी है। इसके पीछे ये भी आरोप बीजेपी ने लगाया है कि राज्य सरकार अपने हिस्से के पैसे नहीं दे रही है। वहीं इस पर अब चुनावी साल में बीजेपी इसे बड़ा मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरने में जुट गई है।
इसलिए कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल के लिए अब बस राज्य स्तर पर ही आवास योजना की शुरुआत करने जा रही है। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा संभाग बिलासपुर है, जहां आठ जिलों में 25 विधानसभा सीटें आती हैं।
2018 विधानसभा इलेक्शन के परिणाम देखें तो कांग्रेस के पास 14, बीजेपी के पास सात, जोगी कांग्रेस एक और बहुजन समाज पार्टी के पास दो सीट हैं। चुनावी मायनों में बिलासपुर संभाग में कांग्रेस के लिए बेहतर परिणाम आए थे, मगर इस बार आम आदमी पार्टी ने बिलासपुर संभाग में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। अरविंद केजरीवाल ने भी चुनावी शंखनाद बिलासपुर से ही किया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सभी पार्टी बिलासपुर की 25 सीटों को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
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