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खुलासा भाग-2:

लखनऊ ।। लखनऊ में एक ऐसा भी मकान है। जो सरकारी है, लेकिन इस मकान को दबंगों ने कब्जा कर लिया। यही नहीं यहां पर उद्योग कारखाने लग लिए। अधिकारी कोई कार्रवाई न करें इसको लेकर अधिकारियों को पैसा भी भेजे जाने की बात अब सामने आ रही है।

बात राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में 3-ला-प्लास की हो रही है। इस मकान में 20 साल से चल रही फैक्ट्री। जिसे मकान अलाट किया गया था वह 1998 में परलोक चलेगए। उनकी पत्नी और बेटियां भी अब नहीं हैं, लेकिन मकान पर कब्जा बरकरार रहा।

जानकार मानते हैं कि एलडीए के इस मकान में रामेश्वर नाथ मिश्र का कारखाना चलता है। यहां पर प्राची कुटीर उद्योग के नाम से अगरबत्ती से लेकर कई सामान बनाए जाते हैं। सरकारी मकान में यह उद्योग चलाना कानूनी तौर पर अपराध है। इसके लिए रामेश्वर नाथ मिश्र की जेल भी हो सकती है, लेकिन कायदे कानून को ताक पर रखकर रामेश्वर वर्षों से ऐसा करते रहे हैं।

अखिलेश सरकार में रामेश्वर नाथ मिश्र की पहुंच ऐसी थी कि वह यशभारती पुरस्कार लेने में भी कामयाब हो गए थे। हालांकि संस्कृति विभाग भी इसकी जानकारी जुटाने में लग गया है कि कैसे और किन उपलब्धियों की वजह से रामेश्वर नाथ मिश्र को यशभारती पुरस्कार दिया गया।

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