दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जनपद के कोकरनाग इलाके में मंगलवार शाम दहशतगर्दों और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हो गई। इलाके में 3 से 4 दहशतगर्दों के छुपे होने की खुफिया जानकारी पर तलाशी अभियान चला रही सुरक्षा बलों पर घात लगाए दहशतगर्दों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
इस मुठभेड़ में सेना के दो बड़े अधिकारी और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक DSP शहीद हो गए। दो जवानों के लापता होने की भी खबर है। शहीद जवानों में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोजक और DSP हुमायूं भट शामिल है। हुमायूं मूलरूप से पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले थे। उनका परिवार अब श्रीनगर हवाई अड्डे के पास हुमहामा में वीआईपी कॉलोनी में रहता है।
हुमायूं के पिता खुद एक बड़े पुलिस अधिकारी रह चुके हैं। गुलाम हसन जम्मू कश्मीर पुलिस के डीआईजी रहे थे। जब हुमायूं भट का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो पिता ने भारी मन से शहीद बेटे को आखिरी विदाई दी। पूरे इलाके में शोक की लहर थी। हर कोई नम आंखों से देश के लाल को सलाम कर रहा था। देर रात बड़गाम में DSP हुमायूं मुज्जमिल भट का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
2018 बैच के अफसर थे हुमायूं
हुमायूं बाद दहशतगर्दों की गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अस्पताल पहुंचने से पहले बहुत ज्यादा खून बह चुका था। इलाज के दौरान उनकी सांसे थम गईं। आपको बता दें कि हुमायूं भट 2018 बैच के अफसर थे। उनकी गिनती जम्मू कश्मीर पुलिस के तेज तर्रार अधिकारियों में होती थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो महीने की एक बेटी है। एक साल पहले ही उनकी शादी हुई थी और हाल ही में वह पिता बने थे। बिटिया के जन्म का जश्न अभी पूरा भी नहीं हुआ था कि घर में मातम पसर गया। बेटी पिता के प्यार को समझती इससे पहले ही सिर से पिता का साया हमेशा के लिए हट गया।
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