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लखनऊ।। वर्ष 2012 में यूपी के विधानसभा चुनावों के दौरान सपा में गृहयुद्ध शुरू हो गया था। समाजवादी पार्टी में खुलकर दो गुट बन गये थे। वर्ष 2012 की जीत को वर्ष 2017 में दोहराने के लिये अखिलेश यादव के कांग्रेस से गठबंधन को लेकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव काफी नाराज भी थे। यही नहीं उन्होंने सार्वजनिक मंच से कई बार अखिलेश के इस फैसले पर आपत्ति जतायी थी। इस कारण मुलायम सिंह यादव ने सिर्फ कुछ सीटों पर ही चुनाव प्रचार किया था। लेकिन अब वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुये मुलायम सिंह यादव ने चुनाव प्रचार को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया है। इस निर्णय से जहाँ एक ओर पार्टी में जबरदस्त उत्साह का माहौल है वहीँ नेताजी के इस निर्णय ने सभी को हैरान कर दिया है।
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वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से मात्र 5 सीटें हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी को वर्ष 2019 के पहले ही बड़ा तोहफा मिला। अब पार्टी सांसदों की संख्या बढ़कर 7 हो गयी है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव इससे काफी खुश हैं। अभी तक संसद में काफी शांत रहने वाले मुलायम सिंह सपा के नये सांसदों के साथ जब सदन में पहुंचे तो काफी खुश थे। उन्होंने पार्टी की पहचान लाल टोपी भी लगाई हुई थी। बता दें कि मुलायम को जैसे ही उप-चुनावों में सपा की जीत की खबर मिली थी, वे काफी खुश हो उठे थे। उन्होंने तुरंत मिठाई मंगवाकर लोगो में बंटवाया था।
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एक लंबे अरसे के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस फैसले से मुलायम सिंह यादव सहित पूरी पार्टी सहमत दिखाई दे रही है। अखिलेश के चाचा और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव भी इस जीत का श्रेय अखिलेश यादव के नेतृत्व को दे रहे हैं। इसके साथ ही यूपी चुनाव में कांग्रेस और सपा के गठबंधन का विरोध करने वाले मुलायम अब बसपा के साथ आने पर काफी खुश दिखाई दिये। उन्होंने ऐलान किया कि वर्ष 2019 में वे यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। मुलायम सिंह के इस ऐलान से सपा में ख़ुशी की लहर है।
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