नई दिल्ली ।। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए गत सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांट रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगार युवाओं के गुस्से को सामुदायिक नफरत में बदल रही है।
आपको बता दें कि पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने के बाद राहुल भारत के बाहर प्रवासी भारतीयों (NRI) को पहली बार संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय को आश्वस्त किया कि वह अगले छह माह में एक नई चमकदार कांग्रेस पार्टी देंगे।
उन्होंने संकेत किया कि संगठन में नाटकीय बदलाव होंगे जिसमें लोग भरोसा करेंगे। देश में गंभीर समस्या के मद्देनजर उन्होंने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे इस समस्या का समाधान करने में मदद करे और इस पुनर्गठन का हिस्सा बनें। राहुल ने भरोसा जताया और कहा कि कांग्रेस 2019 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में यह करने की शक्ति और क्षमता है। उन्होंने गुजरात चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देने का जिक्र भी किया। प्रवासी भारतीयों के Global Organization of People of Indian Origin (GOPIO) को संबोधित करते हुए राहुल ने देश के लिए अपना दृष्टिकोण पेश करते हुए तीन प्राथमिकताओं का जिक्र किया। ये प्राथमिकताएं हैं रोजगार, अच्छा स्वास्थ्य तंत्र और एक शिक्षा प्रणाली।
उन्होंने आगे कहा कि भारत आज आजाद है,लेकिन यह एक बार फिर खतरे में हैं। आज दो खतरे साफ हैं। सरकार रोजगार पैदा करने में विफल रही है। रोजगार नहीं होने से युवाओं में गुस्सा है। सभी धर्मों के लोगों को साथ लाने की बजाय सरकार रोजगारविहीन युवाओं के गुस्से को सामुदायिक नफरत में बदल रही है।