जालंधर लोकसभा सीट पंजाब में एक रोमांचक चुनावी मंच के रूप में उभरा है। जहां बीजेपी, आम आदमी पार्टी, और कांग्रेस के मध्य सख्त मुकाबला है। इस सीट पर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बैठती है, जिसके कारण यहां दल-बदलू का दृश्य देखने को मिला है। अब देखना ये है कि आवाम किसे चुनती है।
कांग्रेस ने इस सीट को अपना गढ़ कहा जाता है, और इस बार भी वे इसे अपने खाते में रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। चरणजीत सिंह चन्नी, एक दलित चेहरा, कांग्रेस के लिए इस सीट पर प्रत्याशी बने हैं और वे उम्मीद कर रहे हैं कि वे पार्टी को जीत दिला सकें।
बीजेपी ने अपनी छवि को चमकाने के लिए सुशील रिंकू को प्रत्याशी बनाया है, जो पिछले सांसद हैं। AAP ने उनको अपना कैंडिडेट घोषित किया था, मगर उनको ये इज्जत रास नहीं आई अब वो बीजेपी में आ गए हैं। बीते साल ही कांग्रेस का साथ छोड़ा था और आम आदमी पार्टी में शमिल हुए थे।
वहीं AAP ने दो दफा के एमएलए और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता पवन कुमार टीनू को उम्मीदवार बनाया है। वे हाल ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। सुखबीर सिंह बादल नीत शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने जालंधर सीट से कांग्रेस के पूर्व नेता मोहिंदर सिंह कायपी पर दांव लगाया है। मोहिंद ने बीते माह ही शिअद ज्वाइन की है।
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