
उत्तर प्रदेश॥ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने केन्द्र सरकार के नये कृषि कानूनों ( New Agriculture Bill) की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कृषि कानूनों पर सरकार का मजबूती से पक्ष रखते हुए किसान आंदोलन के बहाने सरकार पर निशाना साध रहे विरोधी दलों पर भी जमकर हमला बोला।
डिप्टी सीएम मौर्य मंगलवार को जंसा स्थित निजी विद्यालय परिसर में भारतीय जनता पार्टी वाराणसी जिला इकाई की ओर से आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सम्मेलन में मौर्य ने कहा कि पहले किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता था। लेकिन मैं दावा करता हूं कि इस कानून ( New Agriculture Bill) के बाद किसान का बेटा किसान बनने में गौरव की अनुभूति करेगा। उन्होंने कहा कि देश में खेती को सर्वोत्तम माना जाता था। देश में 60 सालों में कांग्रेस और उसके समर्थक दलों ने किसानों के हित में कोई कार्य नहीं किया। अगर किये होते तो किसान कभी कर्जदार नहीं बनता। उसे अपनी बेटी का हाथ पीला करने के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ता।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदायों को भारत में नागरिकता देने के लिए बने नागरिकता संशोधन कानून का उल्लेख कर उन्होंने कहा कि तब भी देश में राजनीति शुरू की गई। इसे तुष्टीकरण की राजनीति कहा गया। कानून ( New Agriculture Bill) बनने के बाद पूरे भारत वर्ष में एक भी शिकायत नहीं दर्ज की गई कि किसी नागरिक के साथ अन्याय हुआ।
उन्होंने सपा पर जमकर हमला बोल कहा कि पार्टी सोचती थी कि बिहार में जंगलराज और यूपी में गुंडाराज। लेकिन उन्हें संदेश मिल गया कि अब ये नही चलेगा। डिप्टी सीएम ने नागरिकता संशोधन कानून के बहाने विरोधी दलों को आइना दिखाते हुए कहा कि ये संदेश है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में अच्छे से अच्छे कार्य हो रहा है,विरोधी दलों को ये बर्दाश्त नहीं हो रहा। विरोधी दल कृषि कानूनों ( New Agriculture Bill) के बहाने किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे है। सम्मेलन में विधायक पिंडरा अवधेश सिंह,जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, देवेंद्र सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुजीत सिंह ‘डॉक्टर’, नवीन कपूर, संजय सोनकर आदि लोग भी मौजूद रहे।
सभा में आने के पहले कार्यकर्ताओं की थर्मल स्कैनिंग
किसान सम्मलेन में आये भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों की सभा स्थल पर आने के पहले प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग की गई। सैनिटाइज होने के साथ मास्क लगाने को भी कार्यकर्ताओं को कहा गया।