अमेरिका के 2 साइंटिस्टों को मिला में नोबेल पुरस्कार, इस खोज के लिए सम्मान

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मेडिसिन में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार का ऐलान कर दिया गया। इस बार यूएसए के साइंटिस्ट डेविड जूलियस और आर्डेम पटापौटियन को संयुक्त रूप से ये इनाम दिया जा रहा है। इन्हें ये ईनाम टेम्परेचर तथा स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज के लिए दिया गया है।

Nobel Prize

नोबेल पुरस्कार का ऐलान आज नोबेल कमेटी के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने किया। बीते वर्ष मेडिसिन का नोबेल प्राइज संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों हार्वे जे आल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम राइस को मिला था, जिन्होंने लिवर को छति पहुंचाने वाले हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज की थी। इस खोज से इस खतरनाक रोग का उपचार ढूंढने में सहायता मिली थी।

आपको बता दें कि नोबेल असेंबली की सदस्य और फीजियोलॉजी की प्रोफेसर जूलिन जीरथ (Juleen Zierath) ने कहा कि अल्फ्रेड नोबेल ने जब फिजियोलॉजी या मेडिसिन को नोबेल पुरस्कार की सूची में शामिल किया था, तब वो अपनी इच्छा को लेकर बहुत स्पष्ट थे। उन्होंने खास तौर से कहा था कि वो एक ऐसी खोज की तलाश में है जिसे इंसान को फायदा हुआ हो।

नोबेल पुरस्कार विजेता वाले को एक गोल्ड मेडल और 10 मिलियन स्वीडिश क्रोनोर (1.14 मिलियन डॉलर) की पुरस्कार राशि मिलती है। ये पुरस्कार राशि अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत से ही आती है, जिनकी 1895 में मौत हो गई थी। आपको बता दें कि दवा के अलावा फिजिक्स, केमेस्ट्री, साहित्य, शांति और इकोनॉमिक्स में भी नोबेल प्राइज दिया जाता है।

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