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राजस्थान में 2023 इलेक्शन के नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने रिवायती सीट ओसियां विधानसभा से पर्चा भरा। नामांकन दाखिल करने से पहले दिव्या मदेरणा जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर पहुंची। इस मौके पर वो बहुत भावुक नजर आईं। उन्होंने पिता की याद में सेंट्रल जेल के बाहर पुष्प भी अर्पित किए। इसी के चलते उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर एक भावुक पोस्ट लिखा।

महिला विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा, मैंने दस वर्ष अपने जीवन के यहां पर सजदे किए हैं। मेरी सियासी पैदाइश इस दर्द और वेदना से हुई है। रुदन और विरह जो नियति ने मेरे भाग्य में लिखा, वहीं से मेरी राजनीतिक संघर्ष का आगाज हुआ। इस अभिशाप के साथ नियति ने मुझे फौलाद की सलाखों से दोस्ताना कराया और उन सलाखों ने एक बेटी का किसी भी परिस्थिति में न टूटने वाला हौंसला देख वरदान दिया। निडरता का, साहस का, शक्ति का, अनवरत चलने का और फौलाद की तरह तटस्थ रहने का। सार्वजनिक जीवन में जिसे निडरता मिल जाए, वे कर्तव्य पथ पर हमेशा अभिनीत है, क्योंकि मूल्यों की राजनीति ही असली अंतिम विजय है।

आपको बता दें कि इस इमोशनल नोट के साथ मदेरणा ने दो फोटो भी साझा की। एक तस्वीर पुरानी है जिसमें वो अपने पिता से जेल की बाहर मिलती नजर आ रही हैं। जबकि दूसरी तस्वीर हाल ही की है जब नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने सेंट्रल जेल के बाहर पुष्प अर्पित किए थे। 

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