गांव घटाकर के जंगल में सुबह गांव के चरवाहे की सूचना पर एक नाबालिक लड़की का कंकाल पांडुका पुलिस को क्षत विक्षत हालातों में मिला है। उस स्थान पर लड़की की चप्पल, सलवार, दुपट्टा, कापी, कुर्ता, गले का चेन बरामद हुई है। जिसकी पहचान गरियाबंद से लगभग आठ 10 किलोमीटर दूर पुरी स्थित एक गांव में पड़ने वाली नाबालिक लड़की के रूप में की गई है।
गरियाबंद से 10 किमी की दूरी पर स्थित एक गांव से बेटी ने अपनी पुत्री के एक तारीख से लापता होने की रिपोर्ट गरियाबंद थाना में दर्ज कराया था। उक्त नाबालिक युवती अपनी सहेली के घर पुणे जाने के नाम पर कहकर निकली थी।
उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल सका। शाम को घर लौटने पर घरवालों ने उसकी पूछताछ की। लड़की के न मिलने पर सितारो की यह भी पता किया गया। फिर गुमशुदगी की रिपोर्ट गरियाबंद थाने में की गई थी। वो बालिका की लाश आज सुबह 07:00 बजे याने सात दिन के बाद में क्षत विक्षत स्थिति में मिला हुआ है। कुल मिलाकर कंकाल के रूप में पाई गई है।
अहम बात ये है कि छह दिन में उसका शव कंकाल कैसे बन गया। इससे स्पष्ट लगता है कि युवती को जंगली जानवरों ने खा लिया होगा। वही सवाल यह उठता है कि उक्त युवती इतने घने जंगल में अपने गांव से 35 किलोमीटर दूर क्या करने गई रही होगी। ग्रामीण पुलिस अलग अलग तरह के संदेह व्यक्त कर उसके पिता का कहना है वह पूरा प्रकरण पुलिस को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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