राजस्थान के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। इस बार मानसून राज्य पर खूब मेहरबान रहेगा। इससे राज्य में खाली पड़े बांध, तालाब समेत अन्य जलाशय लबालब हो जाएंगे। ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि अप्रेल माह में अलनीनो का प्रभाव छूमंतर हो जाएगा। इस तरह के मौसम से संकेत मिल रहे है। अलनीनो का प्रभाव खत्म होने पर प्रदेश में अच्छी बारिश का अनुमान है। अलनीनो के जाने से फसलों की पैदावार गिरने की आशंका भी खत्म हो जाएगी। अल नीनो में मौसम गर्म होने और वर्ष कम होने से पैदावार गिरने का डर रहता है।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि अल नीनो के कमजोर होने के आसार है, जो सन् 2024 में अच्छे मानसून का संकेत दे रहा है। अल नीनो एक जलवायु पैटर्न है जो तीव्र मौसम के चलते बन सकता है, जिससे अक्सर गर्म, शुष्क स्थिति पैदा हो सकती है। इस साल अच्छी बरसात की उम्मीद की जा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक विश्व के सात वैश्विक मॉडल में चार मॉडल ने एक साथ अल नीनो के अप्रैल में विदा होने के इंशारे दिए हैं। कुछ मॉडल ने मई में अल नीनो के जाने की बात कही है।
अलनीनो है क्या
आपको बता दें कि अल नीनो प्रशांत महासागर की एक गतिविधि है जिसमें महासागर की सरजमी गर्म होती है और उसके असर में हवाएं गर्म होकर मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ती हैं। इससे मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ती है और वर्षा कम होती है। इससे फसलों के मारे जाने की आशंका होती है। औसतन दो से सात साल के दौरान अल नीनो का असर देखा जाता है जो आठ से 12 महीने तक चलता है।
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