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Up Kiran, Digital Desk: आज की दौड़-भाग भरी ज़िंदगी में खान-पान की अनियमितता और कसरत की कमी ने हमारी सेहत पर गहरा असर डाला है। इसका नतीजा है ब्लड शुगर यानी डायबिटीज और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर और आम बीमारियाँ। भारत में जिस तेज़ी से मधुमेह (डायबिटीज) एक बड़ी समस्या बन रहा है, लोगों का ध्यान अब हमारे पुराने प्राकृतिक और आयुर्वेदिक खजानों की ओर जा रहा है। इसी ख़ज़ाने का एक अनमोल मोती है मोरिंगा जिसे हम सहजन के नाम से भी जानते हैं।

चमत्कारिक पौधा मोरिंगा आखिर क्या है

आयुर्वेद में मोरिंगा को एक असाधारण औषधीय पौधा माना गया है। इसके पेड़ का हर हिस्सा चाहे वह पत्ता हो बीज हो या फल सब स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद है। लेकिन इसके पत्ते विशेष रूप से अपनी खूबियों के लिए जाने जाते हैं। ये ख़ास तौर पर बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को क़ाबू करने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। इन्हें पोषण का पावरहाउस भी कहना गलत नहीं होगा।

कुदरती पोषण का अटूट भंडार

वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि मोरिंगा के पत्तों में क़रीब 90 से ज़्यादा प्राकृतिक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं साथ ही विटामिन $A$ $C$ और $E$ कैल्शियम आयरन पोटैशियम फाइबर और पॉलीफेनॉल जैसे ज़रूरी तत्व पाए जाते हैं। ये सारे घटक मिलकर शरीर को अंदरूनी ताक़त देते हैं। ये हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी को भी मज़बूत बनाते हैं और हमें कई गंभीर रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।

शुगर लेवल को साधने की अनूठी कला

मोरिंगा के पत्तों में शरीर के ग्लूकोज स्तर को संतुलन में रखने की एक अद्भुत क्षमता होती है। रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि यह इंसानों के साथ-साथ पशुओं में भी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक है। इसकी यह ख़ासियत इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड और आइसोथियोसाइनेट जैसे तत्वों के कारण है जो इंसुलिन की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने का काम करते हैं।

दिल की सेहत का सिपाही

अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो मोरिंगा के सूखे पत्तों का पाउडर आपके लिए बहुत फ़ायदेमंद हो सकता है। इसे पानी के साथ लेने से शरीर में जमा ख़राब कोलेस्ट्रॉल जिसे $LDL$ कहते हैं वह कम होने लगता है। मोरिंगा में मौजूद फाइबर और पॉलीफेनॉल जैसे पदार्थ नसों में वसा या फैट को जमने से रोकते हैं। इससे हार्ट अटैक और दिल की अन्य बीमारियों का ख़तरा काफ़ी हद तक कम हो जाता है जिससे आपका दिल हमेशा तंदरुस्त बना रहता है।

इस्तेमाल का सरल तरीका

मोरिंगा के पत्तों के फ़ायदे लेने के लिए इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद आसान है।

सूखे मोरिंगा पत्तों को रात भर के लिए पानी में भिगो दें।

अगले दिन सुबह उन्हें बारीक पीसकर एक पाउडर बना लें।

इस पाउडर का एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ खाली पेट लें।

नियमित रूप से इसका सेवन करने पर आपको धीरे-धीरे इसके सकारात्मक असर दिखने लगेंगे।

इसके अलावा मोरिंगा पत्तों में प्राकृतिक रूप से सूजन रोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) गुण भी होते हैं। यह शरीर की सूजन कम करने जोड़ों के दर्द में राहत देने और थकान दूर करने में भी मदद करता है।