गर्मी का मौसम सच में लगने लगा है। इस ऋतु में दिन बड़े और रातें छोटी होती हैं। निरंतर बढ़ते टेम्परेचर की वजह से हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिसका असर हमारी नींद पर पड़ता है। जलवायु परिवर्तन, गर्मी अक्सर कुछ लोगों के लिए रात में अच्छी नींद लेना चुनौतीपूर्ण बना देती है। मगर अपर्याप्त नींद से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आईये जानते हैं इस समस्या के कैसे दूर कर सकते हैं।
बेडरूम या जिस कमरे में आप सोते हैं उसका टेम्परेचर आरामदायक नींद के लिए अहम भूमिका निभाता है। इसके लिए कमरे का टेम्परेचर 60-67°F के बीच होना चाहिए। गर्मियों में रात में बेडरूम को गर्म रखने के लिए दिन में खिड़कियां बंद रखें, ठंडी हवा आने देने के लिए रात में उन्हें खोल दें। कमरे में टेम्परेचर को नियंत्रित करने के लिए पंखे या AC का इस्तेमाल करें।
सोने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बिस्तर साफ होना चाहिए नहीं तो ये चीजें आपकी नींद को प्रभावित करती हैं। गर्मियों में सूती और लिनेन जैसे हल्के कपड़ों से बने गद्दे या बिस्तर पर सोएं। यह शरीर के टेम्परेचर को नियंत्रित करने में सहायता करता है और आप रात भर आराम से सोते हैं। साथ ही अच्छी क्वालिटी के तकिये का इस्तेमाल करें जो शरीर को उचित सपोर्ट प्रदान करें।
रात के वक्त की दिनचर्या आपके शरीर को यह संकेत देने में सहायता करती है कि अब सोने का वक्त हो गया है। सोने से पहले किताब पढ़ने, नहाने, ध्यान लगाने या योगाभ्यास करने जैसी शांत करने वाली गतिविधियों में शामिल होने की कोशिश करें। साथ ही सोने से पहले मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल से बचें।
डिहाइड्रेशन के कारण होने वाली बेचैनी नींद पूरी करने में बाधा डालती है। इसलिए गर्मियों में खूब पानी पिएं। मगर सोने से पहले बहुत अधिक पानी पीने से बचें क्योंकि इससे बार-बार बाथरूम जाना पड़ता है और नींद में खलल पड़ता है।
--Advertisement--