इस्लामाबाद। पाकिस्तान की चरमराती अर्थव्यवस्था, विदेशों से बंद होती मदद के बीच महंगाई की मार से देश में हर तरफ हाहाकार मच गया है। दैनिक उपभोग की वस्तुओं के साथ-साथ आटा, चीनी के दाम आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान में कमरतोड़ महंगाई का सामना कर रहे लोगों ने इस्लामाबाद में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान की राजधानी में विभिन्न पेशे से जुड़े लोगों ने दैनिक उपभोग की वस्तुओं की बढ़ रही कीमतों पर लगाम लगाने में विफलता के लिए इमरान खान सरकार को दोषी ठहराया। प्रदर्शन का आयोजन आवामी कामगार पार्टी ने किया था। इस प्रदर्शन में झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोगों से लेकर मजदूर संगठन और राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
इमरान सरकार की निंदा करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे लोग कमरतोड़ महंगाई, बेरोजगारी, अस्थिरता आदि का सामना कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आटा और चीनी के दाम आसमान पर हैं। आटा 76 रुपये और चीनी 150 रुपये प्रति किलो बिक रही है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें भी लोगों की परेशानी का कारण बनी हुई हैं।
इतना ही नहीं गुलाम कश्मीर के गिलगित, बाल्टिस्तान के लोग बढ़ती महंगाई से त्रस्त हैं। अप्रत्याशित महंगाई पर रोक लगाने की सरकार से मांग करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए हैं। विभिन्न पार्टियों के साथ हाथ मिलाते हुए गिलगित बाल्टिस्तान के निवासियों ने मौजूदा सरकार को विफल बताया और कहा कि इसने केवल लोगों को मुसीबतें दी हैं।
लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के बुरे इरादे को मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार बताया। गिलगित बाल्टिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री हाफिज हफीजुर रहमान समेत विपक्ष के नेताओं ने कहा कि क्षेत्र का हर नागरिक सरकार द्वारा उत्पन्न तबाही को झेलने के लिए मजबूर है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के वित्त सलाहकार शौकत तारिन ने कहा है कि हर किसी को आयकर और जीएसटी का भुगतान करना चाहिए। इस्लामाबाद में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए तारिन ने व्यापारियों एवं कारोबारियों से कहा कि हर किसी को करों का भुगतान करना चाहिए। यदि कोई भुगतान नहीं करता है तो उसे मतदान का कोई अधिकार नहीं है।