img

भारतीय रेलवे एशिया का दूसरा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारतीय रेलवे लगभग 14 लाख कर्मचारियों के साथ दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ताओं की सूची में आठवें स्थान पर है। आपने भी ट्रेन में बहुत बार यात्राएं की होंगी और तो और कभी न कभी आप रेलवे ट्रैक के किनारे घूमने जरूर गए होंगे।

वहां आपने देखा होगा कि रेलवे ट्रैक के किनारे कुछ साइन बोर्ड लगे होते हैं। उन पर कुछ न कुछ लिखा भी होता है। वहीं आपने एक साइन बोर्ड देखा होगा जो कि येलो कलर का यानी पीले रंग का होता है और यह आकार में चौकोर होता है। इस पर काले रंग से इंग्लिश में डब्लू एल या हिंदी में सी फा लिखा होता है। इसे देखकर आपने जरूर सोचा होगा कि यार इसका मतलब क्या है? इसका अर्थ क्या होता है।  

पीले कलर के इस चौकोर बोर्ड में काली स्याही से कैपिटल लेटर में लिखे डब्लू का अर्थ होता है वेस्ट और एल का अर्थ होता है लेवल क्रॉसिंग जिसका हिंदी में अर्थ होता है सिटी स्तर पर। अब इसे हिंदी वाले बोर्ड से और आसान भाषा में समझें। सेम कलर यानी पीले कलर की चौकोर बोर्ड पर काली पेंट से हिंदी में लिखे। सी का अर्थ होता है सीटी और फा का अर्थ होता है फाटक। दोनों ही बोर्ड ट्रेन के ड्राइवर को इस बात का संकेत करते हैं कि ड्राइवर मुक्त रूप से सीटी बजाएं क्योंकि आगे मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग है।

मतलब उस क्रॉसिंग पर कोई भी गेट और गेटमैन नहीं है। लेकिन वहां पर रास्ता है रेलवे ट्रैक को पार करने का। यह बोर्ड अनमैंड यानि मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग के दोनों ओर क्रॉसिंग से 250 मीटर पहले लगाए जाते हैं। यह इंडिकेटर बोर्ड हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में लगे होते हैं। यह बोर्ड इसलिए लगाए जाते हैं ताकि ट्रेन ड्राइवर इस बोर्ड को देखकर समझ जाए कि अब मुक्त रूप से सीटी बजाते रहना है, ताकि रेलवे ट्रैक को पार कर रहे लोग सचेत हो जाएं कि ट्रेन आ रही है और लोग इस दौरान रेलवे ट्रैक को पार न करें, जिससे कोई भी दुर्घटना न घटित हो। 

--Advertisement--