इस फल का सेवन करने वाले लोगों को नहीं होता कैंसर, शोध में हुआ खुलासा

img

अजब-गजब।। (कैंसर) Cancer का रोग अपने साथ लेकर आती है मौत का अनजाना डर। एक ऐसा डर जो इंसान की उम्‍मीदों को तोड़ देता है। जीने की ख्‍वाहिशों को खत्‍म कर देता है। पेनफुल उपचार, उसके साइड इफेक्‍ट्स … यही सब ख्‍याल दिल में आने लगते हैं। लेकिन क्‍या (कैंसर) Cancer को होने से रोका जा सकता है।

क्‍या कुछ ऐसा है जो भविष्‍य में (कैंसर) Cancer के खतरे को रोक सके। बिलकुल है, वैज्ञानिकों ने एक चमत्‍कारी फल ढूढ़ निकाला है जो (कैंसर) Cancer की संभावनाओं को रोक सकता है। (कैंसर) Cancer पेशेंट्स पर करीब 25 साल के लंबे रिसर्च के बाद कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के मेडिकलफिजिक्स एंड साइकोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. हर्डिन बी जॉन्स के अनुसार, (कैंसर) Cancer का उपचार बहुत पीड़ादायी होता है।

इसके उपचार में प्रयोग की जाने वाली कीमोथैरेपी, (कैंसर) Cancer से पीड़ित मरीज को एक दर्दनाक मौत की तरफ ले जाती है …. जबकि इसके उलट अगर तरीके प्राकृतिक हों तो नतीजे अच्‍छे आने की उम्‍मीद की जा सकती है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में अंगूर के बीजों को (कैंसर) Cancer की दवा के रुप में मददगार होने की बात सामने आई है।

शोध कहती है कि अंगूर के बीजों का अर्क, (कैंसर) Cancer के सभी प्रकारों को पॉजिटिवली सही करने में मददगार साबित होता है। यह बात साबित हो चुकी है कि अंगूर के बीज सिर्फ 48 घंटे में हर तरह के (कैंसर) Cancer को लगभग 75 फीसदी तक रेडिएट करने में असरदार हैं।

पढ़िए-क्या इस तरीके से फैल रहा है कोरोना वायरस? WHO ने आखिरकार बता दी सच्‍चाई

इस (कैंसर) Cancer रिसर्च के अनुसार, अंगूर के बीजों में पाए जाने वाले तत्‍व (कैंसर) Cancer सेल्‍स को बढ़ने से रोकता है। इसीलिए इसका प्रयोग (कैंसर) Cancer के उपचार में करना कारगर है। और इसी वजह से महज 48 घंटों में अंगूर इन (कैंसर) Cancer सेल्‍स पर काम करना शुरू कर देता है और करीब 75 फीसदी तक सफलता भी प्राप्‍त कर लेता है।

Related News