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यूपी किरण ब्यूरो

इलाहाबाद।। पीएम मोदी की सरकार में बेरोजगारी इस कदर बढ़ गई है कि छात्रों को अपनी पढ़ाई-लिखाई छोड़कर गर्मी और बरसात में सड़को पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है।

पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था पर ये वादा भी हर देशवासी को 15 लाख रूपए देने वाले वादे की तरह ही जुमला निकला। हालत ये है कि रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे छात्रों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है।

लगातार दूसरे दिन अनशन कर रहे छात्रों ने बताया कि राज्य की भाजपा सरकार एक तरफ तो युवाओं की हितैषी होने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ परीक्षा परिणाम रोक कर और परीक्षा तिथि न घोषित कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

मामला इलाहाबाद का है यहां छात्र नौकरियां पाने के लिए तेज बारिश में भी सड़कों पर डटे हुए हैं। आपको बता दें कि बीते दो दिनों से प्रतियोगी छात्र लगातार भारी बारिश के बीच माध्यमिक चयन बोर्ड इलाहाबाद के ऑफिस के सामने 2011 के प्रवक्ता परीक्षा के परिणाम को घोषित करने और 2016 की टी जी टी , पी जी टी परीक्षा की तिथि की मांग को लेकर क्रमिक अनशन कर रहे हैं।

अनशनकारी छात्र अनिरूद्ध यादव ने मोदी-योगी की सरकार को छात्रों का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। एक अन्य अनशनकारी छात्र विक्की खान ने कहा कि कहां तो मोदी जी ने हर साल दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने की बात कही थी औऱ कहां छात्रों को रोजगार पाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।

फोटोः फाइल

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