pregnancy diet: दुनिया भर के डॉक्टर भावी माँ को सलाह देते हैं कि जब बच्चा गर्भ में हो तो अपने आहार पर विशेष ध्यान दें। जिससे डिलीवरी के बाद या दौरान कोई समस्या ना हो। आईये जानते हैं गर्भावस्था के दौरान एक महिला क्या नहीं खाना चाहिए।
सिर्फ गर्भवती महिलाओं को ही नहीं बल्कि अन्य लोगों को भी सड़े हुए आलू खाने से बचना चाहिए। खराब आलू में कई तरह के टॉक्सिन्स पाए जाते हैं. इससे मां और बच्चे को परेशानी हो सकती है। खराब आलू में सोलनिन पाया जाता है जो बच्चों के विकास पर बुरा असर डाल सकता है।
गर्भवती महिलाओं को एलोवेरा से जुड़ी कोई भी चीज खाने से बचना चाहिए। इससे पेल्विक रक्तस्राव हो सकता है, जो आगे चलकर गर्भपात का कारण बन सकता है।
जानवरों का लीवर पौष्टिक माना जाता है, फिर भी यदि लीवर किसी बीमार जानवर का हो तो यह गर्भवती महिला को नुकसान पहुंचा सकता है। लिवर में विटामिन ए और कोलेस्ट्रॉल का लेवल हाई होता है जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है और गर्भपात का कारण बन सकता है।
गर्भवती महिलाओं को कच्चे दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान कभी भी आधा कच्चा खाना नहीं खाना चाहिए। खासतौर पर कच्चे अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
मेथी की फली सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है. मगर विशेषज्ञ गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन न करने की सलाह देते हैं। गर्भावस्था के दौरान हरा पपीता न खाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हरे पपीते में एक विशेष प्रकार का एंजाइम होता है जो गर्भाशय को सिकुड़ने का कारण बन सकता है, जिससे गर्भपात हो सकता है।
नोट- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। गर्भावस्था के दौरान कुछ भी खाने से पहले डॉक्टरों से सलाह जरुर लें।
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