Punjab news: केंद्र सरकार के 'भारत माला' प्रोजेक्ट का विवाद आसानी से सुलझता नजर नहीं आ रहा है, क्यों पंजाब पुलिस जमीन पर कब्जा करने के लिए जगह-जगह पहुंच रही है, मगर किसानों की तरफ से कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है। बठिंडा के बाद अब बरनाला में भारत माला विवाद खड़ा हो गया है, जिसके चलते पुलिस और प्रशासन कब्जा लेने पहुंचा और किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने के लिए कई किसानों को हिरासत में भी लिया, मगर कुछ किसान इतने गुस्से में आ गए कि उन्होंने अपनी जान की भी परवाह नहीं की और हाई वोल्टेज बिजली टावरों पर चढ़ गए।
पीड़ितों का क्या कहना है?
इस मौके पर बातचीत करते हुए पीड़ित महिला महिंदर कौर ने कहा कि उन्हें जमीन के बदले दिए जाने वाले पैसे अभी तक नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि उनके दोनों बेटे विरोध में टावर पर चढ़ गये हैं। उन्होंने कहा कि आवास के लिए 59 लाख रुपये दिये जा रहे हैं। जबकि उन्होंने घर पर ज्यादा पैसा खर्च किया है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी जमीन और घर पर जबरन कब्जा करना चाहती है।
इस मौके पर टावर पर चढ़े युवक सतनाम सिंह ने कहा कि उनकी जमीन से बड़ी सड़क निकल रही है। उन्हें जमीन व मकान का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जमीन के लिए 65 लाख रुपये मुआवजे की मांग की गयी है, मगर वह हमें नहीं दिया जा रहा है। प्रोजेक्ट के बीच में उनका घर भी बन रहा है, जिसके लिए उन्हें सिर्फ 60 लाख रुपये दिए जा रहे हैं, जबकि घर बनाने में 1 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिसके चलते वे अपनी जमीन पर कब्जा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि आज करीब एक हजार पुलिसकर्मी उनकी जमीन पर कब्जा करने आये हैं, जिसे वे होने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि उनके साथी जगतार सिंह, जीवन सिंह, सुखप्रीत सिंह और जसप्रीत सिंह टावर पर चढ़ गए हैं। अगर उनकी जमीनें जबरन छीनी गईं तो वे अपनी जान देने से भी नहीं हिचकिचाएंगे। जिसके लिए प्रशासन व सरकार जिम्मेदार होगी।
सूचना भारत माला प्रोजेक्ट के तहत प्रशासन और पुलिस सुबह पांच बजे जमीन पर कब्जा लेने पहुंची, जिसका गांव के किसानों ने विरोध किया। इस बीच पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कुछ जमींदारों और जमीन मालिक किसानों को जबरन हिरासत में ले लिया, जिसके बाद 4 प्रदर्शनकारी किसान पास के हाई वोल्टेज बिजली टावर पर चढ़ गए।
उधर, जब पुलिस की इस कार्रवाई का पता चला तो भारतीय किसान यूनियन उगराहां के लोग भी प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में आ गए, जिन्हें भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है और टावर पर चढ़े किसानों को नीचे उतारने की कोशिश की जा रही है। जबकि टावर के ऊपर किसान अपनी जमीन पर कब्जे का विरोध कर रहे हैं और हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बठिंडा के गांवों में जमीन अधिग्रहण का मामला भी सामने आया है, इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच तीखी झड़प भी हुई।
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