पीएम मोदी के आज मंथन में कांग्रेस नेताओं के विरोध पर भी पंजाब-राजस्थान का मिला साथ

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राष्ट्रहित कहें या कांग्रेस नेताओं में आपसी तालमेल की कमी, केंद्र सरकार के फैसलों पर एक राय नहीं बना पा रहे हैं, पार्टी का एक धड़ा विरोध करता है तो दूसरा भाजपा सरकार के समर्थन में दिखाई देता है । जी हां हम बात कर रहे हैं कोरोना वैक्सीन को लेकर । आज एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा संबोधन होने जा रहा है ।

pm modi on corona vaccine

कोरोना संकट काल के दौरान पीएम मोदी कई बार राष्ट्र के नाम और प्रदेश सरकारों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से संबोधित करते रहे हैं । सोमवार शाम को एक बार फिर प्रधानमंत्री राज्य सरकारों के साथ कोरोना वैक्सीन की अंतिम चरण की तैयारियों को लेकर मीटिंग करने जा रहे हैं । वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होने वाली ये बैठक इसलिए अहम है, क्योंकि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है । ‌

सबसे बड़ी बात यह है कि वैक्सीन पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। शशि थरूर, जयराम रमेश, आनंद शर्मा और राशिद अल्वी जैसे कई नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल खड़े किए तो कांग्रेसी वाले राज्य पंजाब, झारखंड और राजस्थान के मंत्री वैक्सीन के पक्ष में खड़े हैं। इन राज्यों के मंत्रियों ने साफ कहा कि वैक्सीन पर किसी तरह का सवाल खड़ा करना ठीक नहीं है। बता दें कि झारखंड के मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि जनहित के मामलों में वह केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं। आपको बता दें कि झारखंड में कांग्रेस गठबंधन की सरकार है।

कांग्रेस शासित राज्य सरकारों ने कहा, बिना मतलब सवाल उठाना ठीक नहीं

राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि जब केंद्र सरकार हमें वैक्सीन उपलब्ध करा रही है, तो उस पर बेवजह सवाल नहीं उठने चाहिए। ऐसे ही पंजाब के फूड एंड सप्लाई मिनिस्टर भारत भूषण ने कहा कोविड-19 वैक्सीनेशन को विवादों में लाने की कोई जरूरत नहीं है, सभी के फायदे के लिए है। उन्होंने कहा कि ये भारत और पूरी मानवता के लिए बड़ी उपलब्धि है।

दूसरी ओर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम पब्लिक वेलफेयर और नेशनल वेलफेयर के मुद्दों पर राजनीति नहीं करते हैं। वैक्सीन के मामले में हम पूरी तरह से केंद्र सरकार के साथ हैं । बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस के कुछ वरिष्‍ठ नेताओं ने कहा था कि टीके को जल्दबाजी में मंजूरी दे दी गई है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बात का कारण बताना चाहिए कि जरूरी प्रोटोकॉल व प्रावधानों को किनारे करते हुए क्यों इस टीके को मंजूरी दी गई।

वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी दे दी गई है और यह खतरनाक हो सकता है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री से स्पष्टीकरण मांगा था।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में मुफ्त टीकाकरण करने का किया एलान

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले वैक्सीन को लेकर भी सियासत गर्म हो गई है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीकाकरण अभियान से पहले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक से एक दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह अपने राज्यों के लोगों को वैक्सीन का टीका मुफ्त में लगवाएंगी ।

बता दें कि बंगाल में इस साल होने विधानसभा चुनाव से पहले ममता का ये फैसला बेहद अहम माना जा रहा है, वैक्सीन मुफ्त में देने के फैसले को लेकर ममता ने सरकारी आदेश भी जारी कर दिया है। दूसरी ओर भाजपा ने कहा है कि ममता बनर्जी वैक्सीन पर अपना क्रेडिट ले रहीं हैं ।

बता दें कि अधिकांश विपक्षी राज्य टीकाकरण मुफ्त चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक कहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्करों को ही मुफ्त टीका लगाया जाएगा। गौरतलब है कि दो वैक्सीन, भारत बायोटेक कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशिल्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिली है । टीकाकरण के दौरान इन वैक्‍सीन की 2-2 डोज दी जाएंगी । -शंभू नाथ गौतम वरिष्ठ पत्रकार

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