जगदलपुर के कोड़ेनार थाना क्षेत्र के छिंदबहार गांव में ईसाई धर्म के एक शख्स की मौत के बाद लाश दफनाने को लेकर गांव में झगड़ा हो गया है। गांव में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए लाश को जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज के शवगृह में रखा गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक धर्मांतरित मृतक के घर वाले मूल धर्म में नहीं लौटेंगे तब तक लाश दफनाने गांव में भूमि नहीं दी जाएगी। धर्मांतरित मृतक की लाश दफनाने को लेकर ये बस्तर की कोई पहली घटना नहीं है। वक्त वक्त पर इससे पहले भी इस तरह के मामले आते रहते हैं।
बस्तर संभाग में धर्मांतरण की घटना अब संवेदनशील हो चुकी है। बता दें कि बस्तर संभाग के ग्राम पचायतों में धर्मांतरितों के घरवालों के मृत्यु पर जब तक धर्मांतरित परिवार के मूल धर्म में वापसी नही करता है तो गांव में अंतिम संस्कार करने के लिए तब तक इजाजत नही देने का प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित कर नियम बना दिया गया है।
कोड़ेनार थाना क्षेत्र के छिंदबहार गांव के रहने वाला युवक ईश्वर की दो दिन पहले अचानक तबियत बिगड़ने से परिजन मेडिकल कॉलेज लेकर गए। जहां उपचार के दौरान आज शनिवार उसने दम तोड़ दिया।
गांव में सांप्रदायिक स्थिति देखते हुए पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। वहां के लोगों को समझाइश दी जा रही है, विवाद को शांत करवाने का प्रय़ास किया जा है। लेकिन गांव वालों की केवल एक ही हट है कि मृतक ईश्वर का परिवार पहले मूलधर्म में लौटे, फिर लाश का क्रियाक्रम किया जाएगा।
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